बालोद जिले के माउंटेन ट्रैकर यशवंत टंडन, हिमाचल प्रदेश के मनाली में स्थित 17352 फीट ऊंची चोटी माउंट फ्रेंडशिप पीक पर लहराएगा तिरंगा
अर्जुन्दा:- बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखंड के अन्तर्गत अर्जुन्दा ब्लांक के ग्राम डुड़िया के माउंटेन ट्रैकर (विश्व रिकॉर्ड धारक) यशवंत कुमार टंडन पिता श्री हूबलाल टंडन अब दिल्ली से मान्यता प्राप्त संस्थान
इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन (आईएएफ) के माध्यम से हिमालय प्रदेश के मनाली में स्थित माउंट फ्रेंडशिप पीक को फतह करने का लक्ष्य रखा है। और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देंगे। जिसकी ऊंचाई 17352 फीट ऊंची है। यहां से 11 जून को राजनांदगांव रेलवे स्टेशन से मनाली के लिए रवाना होंगे। 13 जून से 19 जून तक सात दिनों तक संस्था इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन की देख-रेख में वे चढ़ाई करेंगा।
यशवंत शहीद दुर्वासा निषाद शासकीय महाविद्यालय अर्जुन्दा में कक्षा बीए तृतीय वर्ष का छात्र है। वहीं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का सक्रिय स्वयंसेवक भी है। इस वर्ष राज्य स्तरीय श्रेष्ठ स्वयंसेवक पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुका है।
इस साल माउंट फ्रेंडशिप एक्सपिडिशन के लिए उनका चयन हुआ है। इससे पहले यशवंत टंडन ने उत्तराखंड के नैनीताल की सबसे ऊंची चोटी नैना पीक 8622 फीट, कर्कोटक ट्रैक, उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित केदारकाठा माउंटेन 12500 फीट पर 280 फीट लबा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लहराकर विश्व रिकॉर्ड भी बना चुके हैं। और वही वल्ड वाइड बुक आफ रिकार्ड में नाम भी दर्ज करा चुके हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश के शिमला की सबसे ऊंची चोटी जाखू टेंपल 9500 फीट ऊंची चोटी पर भारतीय ध्वज तिरंगा फहरा चुके हैं। और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश भी दे चुके हैं। बता दें कि यशवंत दिल्ली से मान्यता प्राप्त संस्थान इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन भारतीय पर्वतारोहण साहसिक संस्थान से पर्वतारोहण में ए एल टीसी कोर्स भी कर चुके है।
30 हजार का खर्च, अब भी मदद की उम्मीद
अंतिम चढ़ाई का दिन अभी तय नहीं हुआ, वह मौसम के अनुसार तय होगा। इस दौरान यशवंत के साथ छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के प्रथम पर्वतारोही रोहित झा और सहायक टीम उनके साथ रहेगी।
यशवंत एक माध्यम वर्गीय परिवार से हैं। माता पिता कृषि कार्य करते हैं इसलिए यशवंत को अपने पर्वतारोहण अभियानों के लिए घर से पूरा आर्थिक सहयोग नहीं मिल पाता है। और रजिस्ट्रेशन फीस बहुत ज्यादा होने के कारण आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा है। यशवंत ने कहा अगर प्रशासन से कोई मदद मिलेगा तो जरूर मैं अपने जिले का नाम फिर से रोशन कर पाऊंगा।
इस एक्सपिडिशन के लिए फीस कुल मिलाकर कुल 30 हजार रूपए का खर्च आ रहा है। यह राशि यशवंत स्वयं और सहयोगियों के जरिए पूरा करने का प्रयास कर रहीं हैं, हालांकि अभी भी उन्हें मदद की जरूरत है। यशवंत ने अब तक सहयोग करने के लिए जिला प्रशासन और प्रशासनिक अधिकारी एवं राजनीतिक नेताओं विधायक, सांसद,खनिज आयरन माइंस से मदद की अपील की है।सभी व्यक्तियों के लिए आभार व्यक्त किया है और वे उन संस्थानों के प्रतीक चिन्ह व लोगो आदि अपने साथ माउंट फ्रेंडशिप पर चढ़ाई के लिए ले जाएगा। जो कोई भी व्यक्ति यशवंत की मदद करना चाहते हैं वो इस नम्बर 6261543070 पर सम्पर्क कर सकते हैं।