आखिर क्यों बना है मरकाटोला घाट पर मौत का साया! लगातार हो रहे हादसों के पीछे क्या है वजह? अब चार मौत ने लोगों का दिल दहलाया,,,,
दादू सिन्हा,धमतरी/बालोद। बालोद जिले के पुरूर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले चारामा नेशनल हाईवे पर स्थित मरकाटोला घाट में लगातार मौत का साया बना हुआ है। पिछले साल 22 दिसंबर को ट्रक और बस की टक्कर से यहां तीन मौत हुई थी तो 12 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इसके बाद भी हादसे होते रहे हैं। अब रविवार को यह घाटी लाल हो गई। मरकाटोला घाट के पास पुराने रास्ते पर सीमेंट पोल से भरे एक ट्रक कार के ऊपर पलट गई।
जिससे कार की छत पूरी तरह पिचक गई। मौके पर ही उत्तराखंड के रहने वाले एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। देर रात तक रेस्क्यू करके मृतकों के शव को बाहर निकाला गया। जिनका पीएम सोमवार को गुरुर में होगा ।इस घटना ने लोगों का एक बार फिर से दिल दहला दिया है। लगातार हो रहे घाट में इस तरह हादसों के पीछे की प्रमुख वजह एक तो पुराने रास्ते का अनुभव ना हो पाना है, तो साथ ही ओवरलोड और ओवर स्पीड में गाड़ी चलाना है ।रविवार को जो घटना हुई इसके पीछे मूल वजह ओवर स्पीड और ओवर लोड माना जा रहा है। क्योंकि जो नया रास्ता बना है वहां काम चल रहा था इससे उसे बंद कर दिया गया था। पुराने रास्ते में खतरनाक मोड़ भी है और आपात स्थिति में इस रास्ते का उपयोग किया जाता है जब नया रास्ता बंद हो ।ऐसे में कई बार वाहन चालकों को यह रास्ता अटपटा लगता है और वे नए रास्ते की तरह तेज रफ्तार में पुराने रास्ते से होकर गुजरते हैं और हादसे हो जाते हैं ।बस दुर्घटना भी इसी वजह से हुई थी। इस स्पॉट से कुछ ही दूर पर फिर ट्रक और कार की टक्कर से चार मौत की घटना हो गई। घटना रविवार की शाम 5 बजे की है। लेकिन कार में फंसे हुए शवों को निकालने में घंटो लग गए। इस दौरान लगभग डेढ़ घंटे तक इस नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक जाम रहा।
जानकारी के मुताबिक मृतक परिवार उत्तराखंड से हैं। लेकिन इस परिवार का एक बेटा मृतक उत्कर्ष जोशी बिलासपुर में रहता था। जो अपने परिवार वालों को बस्तर घुमाने ले गया था। किराए की कार लेकर सभी बस्तर घूम कर जगदलपुर होते हुए धमतरी की ओर वापस आ रहे थे। इस दौरान हादसा हुआ।मृतकों में उत्कर्ष जोशी सहित उनका भाई धनंजय जोशी, पिता नारायण दत्त जोशी व माता पूर्णिमा जोशी शामिल हैं। सभी मूल रूप से रानीखेत, उत्तराखंड के रहने वाले थे।