सोमनी में राष्ट्रीय एकता शिविर 2024 का हुआ आगाज
राजनांदगांव। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम मॉडल कॉलेज सोमनी, जिला- राजनांदगांव में राष्ट्रीय सेवा योजना, क्षेत्रीय निदेशालय भोपाल मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़,
राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग रायपुर के आयोजन में राष्ट्रीय एकता शिविर का उद्घाटन किया गया l
उद्घाटन समारोह में छत्तीसगढ़ महतारी एवं प्रेरणा पुरुष स्वामी विवेकानंद जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन किया गया l तत्पश्चात छ.ग. राज गीत एवं लक्ष्य गीत द्वारा सत्र का आगाज किया गया l
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय सांसद श्री विजय बघेल, अध्यक्षता डॉ अरुणl पलटा, कुलपति हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग एवं विशिष्ट अतिथि डॉ अशोक श्रोत्री, क्षेत्रीय निदेशक, भोपाल, डॉ नीता बाजपेई, राज्य संपर्क अधिकारी, डॉ भूपेंद्र कुलदीप,कुलसचिव, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, डॉ आर.के. ठाकुर, प्राचार्य, स्वामी आत्मानंद मॉडल कॉलेज, सोमनी एवं डॉ.आर.पी.अग्रवाल, कार्यक्रम समन्वयक,रा.से.यो हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ l
अपने उद्बोधन में श्री विजय बघेल जी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के सपने को पूरा करने के लिए युवा भारत, सशक्त भारत, विकसित भारत के लिए रा.से.यो, छ.ग, कार्य कर रही है l इस शिविर के माध्यम से 2047 मैं भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए दृढ़ संकल्प है l यह शिविर एक लघु भारत का ही रूप है जिसमें भारत के 14 राज्यों के स्वयंसेवक कार्य कर रहे हैं जिनमें हुनर ज्ञान अपार संभावनाओं से भरा हुआ है l हमें इन्हें श्रेष्ठ मंच प्रदान करना है l श्री बघेल ने बताया कि विद्यार्थी विद्यार्थी कल में वे स्वयं भी स्वयंसेवक रहे हैं तथा यह एक सर्वश्रेष्ठ मंच है जिससे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास संभव है l
डॉ.नीता बाजपेयी, राज्य संपर्क अधिकारी, ने अपने स्वागत भाषण में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के मेजबानी में आयोजित राष्ट्रीय एकता शिविर की ओर से सभी 14 राज्यों का स्वागत किया l
डॉ. अरुणा पल्टा के उद्घाटन भाषण ने प्रेरणा का संदेश दिया, जो बहुसांस्कृतिक दुनिया की जटिलताओं को सहानुभूति और समझ के साथ समझने के लिए सुसज्जित जिम्मेदार विश्व नागरिकों के पोषण के लिए एक दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।
डॉ. अशोक श्रोति ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे राष्ट्रीय एकता शिविर बाधाओं को तोड़ने, सार्थक संवादों को बढ़ावा देने और स्थायी मित्रता बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है जो सांस्कृतिक और सामाजिक विभाजन को पार करता है।
डॉ. भूपेंद्र कुलदीप ने आगे विविधता को अपनाने और विश्वविद्यालय समुदाय के भीतर साझा पहचान की भावना को बढ़ावा देने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की ओर से हर तरह के सहयोग का भी आश्वासन दिया।
डॉ. आर.पी. अग्रवाल ने उन सभी के लिए आभार प्रदर्शन किया जिन्होंने शिविर के सफल शुभारंभ में अपना योगदान दिया l
शिविर के द्वितीय सत्र में वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया l जिसमें सभी 14 राज्यों के दो प्रतिभागियों ने भाग लिया l संध्या काल में सभी राज्यों के पारंपरिक लोकगीत एवं लोक नृत्य पर आधारित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ द्वितीय दिवस का समापन हुआ l