चक्रवर्ती तूफान के कारण बढ़ी ठंड, बारिश ने बढ़ाया टेंशन, कल भी हो सकती है बारिश, तापमान में गिरावट का दौर जारी
बालोद। चक्रवात के आंध्र प्रदेश ,ओडिसा और आसपास इलाको में सक्रिय होने के चलते छत्तीसगढ़ के कई जिलों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। बालोद जिला भी इससे अछूता नहीं है। बस्तर क्षेत्र से लगे होने के कारण यहां भी मौसम ने करवट ले ली है। और सुबह से बदली छाई है। कई इलाकों में बूंदाबांदी के साथ हल्की-फुल्की बारिश भी हुई है। इससे लगातार तापमान में गिरावट आने के साथ ठंड में तेजी देखने को मिल रही है। जिससे लोगों की सेहत पर भी प्रतिकूल असर पड़ सकता है ।वही मौसम विभाग ने आगामी एक-दो दिनों के लिए भी अलर्ट करते हुए बारिश की आशंका जताई है। मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि प्रबल चक्रवर्ती तूफान मध्य बंगाल की खाड़ी और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर स्थित है, जो उत्तर की ओर 12 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा है तथा यह 15.02 डिग्री उत्तर तथा 80.5 डिग्री पूर्व में कवाली से उत्तर पूर्व की ओर 40 किलोमीटर दूर नेल्लौर से उत्तर उत्तर पूर्व की ओर 80 किलोमीटर दूर बापतला से दक्षिण पश्चिम की ओर 80 किलोमीटर दूर और मछलीपट्टनम से दक्षिण दक्षिण पश्चिम की ओर 140 किलोमीटर दूर स्थित है। यह सिस्टम जैसे-जैसे उत्तर की ओर तट के किनारे आएगा वैसे ही वॉल क्लाउड के कुछ भाग लगातार जमीन पर रहेगा। यह तंत्र लगभग उत्तर की ओर दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के समांतर आगे बढ़ते हुए अगले 4 घंटे में बापतला के पास जमीन से टकराने की संभावना है इस समय इसकी हवा की अधिकतम गति 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे रहने की संभावना है।
प्रदेश में कल दिनांक 6 दिसंबर को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक दो स्थानों पर गरत चमक के साथ भारी वर्षा भी होने की संभावना है। प्रदेश में आज अधिकतम तापमान में काफी ज्यादा गिरावट हो चुकी है इसलिए कल दिनांक 6 दिसंबर को ज्यादा परिवर्तन होने की संभावना नहीं है।
भारी बारिश का क्षेत्र मुख्यतः बस्तर संभाग के जिले संभावित है। दुर्ग, बिलासपुर और रायपुर संभाग के जिलों में हल्की से मध्यम, बिलासपुर संभाग के जिलों में । जबकि सरगुजा संभाग के जिलों में बहुत हल्की से हल्की वर्षा होने की संभावना है।