“एक पहल ऐसी भी: अंतर्जातीय विवाह करने वाले परिवारों ने किया सामाजिक बहिष्कार का विरोध, एक मानव समाज ने किया अंतर्जातीय विवाहित परिवारों का सम्मान, टिकरी अर्जुदा में हुआ आयोजन
बालोद। जाति विहीन समाज निर्माण करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ की एकमात्र स्वयंसेवी संस्था एक मानव समाज द्वारा ग्राम टिकरी अर्जुंदा में सम्मान समारोह एवं सम्मेलन का कार्यक्रम रखा गया।
प्रदेश अध्यक्ष सुबोध देव ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अंतर्जातीय विवाहित परिवारों को सामाजिक बहिष्कार एवं छुआछूत तथा भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाने एवं उन्हें कानूनी सहायता प्रदान करने तथा समाज में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए सम्मेलन रखा गया।
उक्त मौके पर अंतर्जातीय विवाहित परिवार के सदस्यों ने अपनी बातें रखी एवं जाति समाज में किस प्रकार से उनके साथ दुर्व्यवहार किया उसे मंच के माध्यम से साझा किया। मुख्य वक्ता के रूप में बच्चन दास उपस्थित रहे उन्होंने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि एक मानव समाज द्वारा पिछले कई वर्षों से जाति के मुखिया एवं माता-पिता को भी बच्चों की खुशी के लिए उन्हें बेहतर ढंग से सामंजस्य बनाते हुए बच्चों के फैसलों का भी सम्मान किया जाना चाहिए उन्होंने कहा कि सरकारी दस्तावेजों में जाति के कॉलम को हटाना चाहिए।
माधव प्रसाद ने अन्तर्जातीय विवाह करने वालो को प्राप्त शासकीय अनुदान राशि सम्बन्धित जानकारी दिया। एडवोकेट कुंती ने सामाजिक बहिष्कार सम्बन्धित क़ानूनी जानकारी दिया। इस कार्यक्रम में स्वागत भाषण दिग्विजय देशमुख ने दिया तथा वासुदेव सिन्हा ने आभार व्यक्त किया।
सभा को घनश्याम गजपाल, संजय जंघेल,सुबोध देव, श्वेता नवरंगे,सुजाता अग्रवाल, गुलाब देशमुख आदि ने प्रमुखता से अपनी बातें रखी। उक्त मौके पर 50 से ज्यादा अंतर्जातीय विवाह करने वाले परिवारों का भी सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में नकुल देशमुख,चिमन कुर्रे,सुरेश बघेल,प्रेम लाल सोनावानी,पुष्कर साहू,दीनबंधु साहू,पूर्णिमा यादव,सुमित देहुरी, यशवन्त साहू,आदि मौजूद रहे।