पिता के नक्शेकदम पर चलते साहिल बना रहा बांसुरी वादन कला में अपनी पहचान, जिला के बाद अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित
बालोद। शेजस झलमला का प्रतिभाशाली छात्र साहिल ध्रुव ने जिला स्तरीय कला उत्सव बांसुरी वादन में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। अब उनका चयन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए हुआ है। शाला की सांस्कृतिक प्रभारी श्रीमती बी साहू व संस्था के प्रभारी प्राचार्य सहित समस्त शिक्षक व शिक्षिकाएं साहिल के चयन एवं उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है। ज्ञात हो कि साहिल ध्रुव अपने नानी के ग्राम देवारभाट में रहते हैं। इनका मूल निवास गुरुर ब्लॉक का मड़वा पथरा है। उनकी माता प्रतिभा ध्रुव जिला धमतरी के नगरी में सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। वही पिता स्वर्गीय सुरेंद्र ध्रुव का जब साहिल चौथी कक्षा में थे, तब से निधन हो चुका है। साहिल ने बताया कि बचपन में उनके पिता उन्हें बांसुरी बजाना सिखाते थे। अब पिता तो नहीं रहे लेकिन उनके हुनर को वे अब आगे बढ़ा रहे हैं। बचपन से ही उनमें बांसुरी बजाने की जिज्ञासा रही और पढ़ाई के साथ-साथ रोज एक घंटा बांसुरी बजाने में समय बिताते रहे और अपने इस हुनर और शौक को उन्होंने कला बना ली और इस कलाकारी के क्षेत्र में वे आगे बढ़ना चाहते हैं। साहिल ने बताया कि अरपा पैरी के धार सहित कई छत्तीसगढ़ी गानों पर सुमधुर बांसुरी वादन कर लेते हैं और लगातार अभ्यास कर रहें। यूट्यूब के जरिए भी वे नई-नई धुन में बांसुरी बजाना सिखते हैं।