मछुवा समाज को वापस अनुसूचित जनजाति में शामिल करने उठी मांग,मांझी मछुवारा आरक्षण संघ कर रहा आंदोलन की तैयारी
बालोद । श्री राम मंदिर परिसर स्थित निषाद समाज सामुदायिक भवन सिवनी में दिनांक 12/08/2023 दिन शनिवार को दोपहर 12-00 बजे *मांझी मछुवारा आरक्षण संघ* द्वारा जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में जिला बालोद सहित राजनांदगांव एवं मानपुर मोहला चौकी जिला से भी बड़ी संख्या में मछुवारा समुदाय के पदाधिकारी एवं सदस्य गण उपस्थित रहे।
बैठक का संचालन करते हुए श्री सुरेश केसरवानी द्वारा तत्कालीन मध्य प्रदेश के गठन पूर्व सी पी बरार प्रांत में केंवट,ढीमर समाज को मांझी आदिवासी के तहत अनुसूचित जनजाति वर्ग में अधिसूचित रह कर आरक्षण का लाभ मिल रहा था।पर सी पी बरार प्रांत से पूनर्गठन कर मध्यप्रदेश राज्य के निर्माण के समय तत्कालीन सत्ता संगठन से जुड़े व्यक्तियों द्वारा इस समाज को आरक्षण के लाभ से वंचित करने के उद्देश्य से बड़ी चालाकी से जानबुझकर अनुसूचित जनजाति की श्रेणी से विलोपित कर दिया तथा छत्तीसगढ़ सहित बड़े भूभाग को छोड़कर राज्य के कुछ जिलों में यथावत रखा गया। इससे राज्य की इस समाज की बड़ी आबादी को तब से लेकर आज तक छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण होने के बाद भी आरक्षण के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है की जानकारी प्रदान किया गया । मछुवारा समाज को पुनः आरक्षण का लाभ कैसे प्राप्त हो इस संबंध मे। उपस्थित सदस्यों द्वारा अपने अपने विचार व्यक्त किए। मानपुर मोहला चौकी जिला से पहुंचे श्री जगदीश निषाद ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समाज को अपना अधिकार हासिल करने के लिए समाज को पहले शिक्षित होना जरूरी है शिक्षा के माध्यम से संगठित होकर संगठन के माध्यम से मजबूती से संघर्ष कर अपना अधिकार हासिल किया जा सकताहै । श्री शिव धरम गुड़े जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि सन् 2008 में तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी शासन द्वारा राज्य विधानसभा मे इस मछुवारा समाज को अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्रदान करने के लिए प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार को भेजा गया था पर तात्कालीन केन्द्र सरकार द्वारा इस पर गंभीरता से विचार नहीं किया गया। श्री शशिकांत निषाद जी ने सरकार द्वारा केवट ढीमर समाज को कैसे जाति एवं उप जातियों मे बांट दिया गया है कि समाज जिससे संगठित न हो सके और अपना अधिकार हासिल न कर सके। मछुवारा समाज द्वारा अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल हों कर आरक्षण का लाभ प्राप्त करने के लिए इस समाज द्वारा तात्कालीन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अर्जुन सिंह की सरकार के कार्यकाल से लेकर छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के पश्चात् आज पर्यंत तक किये गए प्रयास की जानकारी विस्तार से बताया गया । बैठक में उपस्थित अन्य वक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मछुवारा समाज को नये सिरे से ग्राम पचगैंहा, तहसील एवं जिला स्तर पर संगठित होकर मछुवारा समाज को अनुसूचित जनजाति वर्ग का दर्जा जो सन् 1958 के पहले प्राप्त था को पुनः इस दर्जा को हासिल करने के लिए भिन्न स्तर पर प्रयास करना होगा जिसमें जिला से लेकर प्रदेश स्तर पर धरना प्रदर्शन ज्ञापन सौंपना भी शामिल है।इस संबंध में विस्तृत विचार विमर्श तथा आगे की कार्यवाही के लिए संगठन की रूपरेखा तैयार करने के लिए आगामी बैठक का आयोजन दिनांक 19अगस्त 2023 दिन शनिवार को रखा गया है । आगामी बैठक में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील केवट ढीमर दोनों समाज से की गई है। इस बैठक मैं प्रमुख रूप से श्री गोपीराम निषादश्री दशरथ निषाद,श्री सुखराम निषाद ,श्रीमोहन लाल निषाद,श्री संजीव निषाद, पुखराज निषाद, देवलाल निषाद, श्री हृदय निषाद,नोहरलाल धीवर, श्री अनिल कुमार धीवर, श्री विजय कुमार धीवर,श्रीहलधर निषाद, श्री सेवाराम निषाद , श्री प्रहलाद निषाद ,मंगलाराम निषाद , श्री सुखराम निषाद, श्री बिच्छू राम निषाद, श्री उदयराम निषाद,श्रीरजऊ राम निषाद,श्रीअग्नराम निषाद,श्रीथान सिंह निषाद, श्री जगन्नाथ निषाद,श्रीफिरतूराम निषाद,श्रीघसिया राम निषाद,श्रीकंसराम निषाद,श्रीतीरथ राम निषाद, श्री गोविन्द राम निषाद, श्री मुनि लाल निषाद,श्रीदुखूराम निषाद,श्रीआओमप्रकाश धीवर,श्रीभुवन धीवर,श्रीचन्द्रहास धीमर, श्री यशवंत कुमार धीवर , श्री राजकपूर धीवर, श्री नरेश कुमार, श्री लक्ष्मीचंद निषाद, श्री अनिल कुमार निषाद, श्री बुधराम धीवर, श्रीं त्रिलोकनाथ धीवर,श्री सुखीतराम धीवर सहित बड़ी संख्या में ढीमर एवं केवट समाज के सदस्य उपस्थित रहे ।अंत में श्री सूरज भान निषाद द्वारा बैठक मे उपस्थित सदस्यों के प्रति उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त करते हुए आगामी बैठक की तिथि के साथ बैठक समापन की घोषणा की।
बालोद । श्री राम मंदिर परिसर स्थित निषाद समाज सामुदायिक भवन सिवनी में दिनांक 12/08/2023 दिन शनिवार को दोपहर 12-00 बजे मांझी मछुवारा आरक्षण संघ द्वारा जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में जिला बालोद सहित राजनांदगांव एवं मानपुर मोहला चौकी जिला से भी बड़ी संख्या में मछुवारा समुदाय के पदाधिकारी एवं सदस्य गण उपस्थित रहे। बैठक का संचालन करते हुए श्री सुरेश केसरवानी द्वारा तत्कालीन मध्य प्रदेश के गठन पूर्व सी पी बरार प्रांत में केंवट,ढीमर समाज को मांझी आदिवासी के तहत अनुसूचित जनजाति वर्ग में अधिसूचित रह कर आरक्षण का लाभ मिल रहा था।पर सी पी बरार प्रांत से पूनर्गठन कर मध्यप्रदेश राज्य के निर्माण के समय तत्कालीन सत्ता संगठन से जुड़े व्यक्तियों द्वारा इस समाज को आरक्षण के लाभ से वंचित करने के उद्देश्य से बड़ी चालाकी से जानबुझकर अनुसूचित जनजाति की श्रेणी से विलोपित कर दिया तथा छत्तीसगढ़ सहित बड़े भूभाग को छोड़कर राज्य के कुछ जिलों में यथावत रखा गया। इससे राज्य की इस समाज की बड़ी आबादी को तब से लेकर आज तक छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण होने के बाद भी आरक्षण के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है की जानकारी प्रदान किया गया । मछुवारा समाज को पुनः आरक्षण का लाभ कैसे प्राप्त हो इस संबंध मे। उपस्थित सदस्यों द्वारा अपने अपने विचार व्यक्त किए। मानपुर मोहला चौकी जिला से पहुंचे श्री जगदीश निषाद ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समाज को अपना अधिकार हासिल करने के लिए समाज को पहले शिक्षित होना जरूरी है शिक्षा के माध्यम से संगठित होकर संगठन के माध्यम से मजबूती से संघर्ष कर अपना अधिकार हासिल किया जा सकताहै । श्री शिव धरम गुड़े जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि सन् 2008 में तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी शासन द्वारा राज्य विधानसभा मे इस मछुवारा समाज को अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्रदान करने के लिए प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार को भेजा गया था पर तात्कालीन केन्द्र सरकार द्वारा इस पर गंभीरता से विचार नहीं किया गया। श्री शशिकांत निषाद जी ने सरकार द्वारा केवट ढीमर समाज को कैसे जाति एवं उप जातियों मे बांट दिया गया है कि समाज जिससे संगठित न हो सके और अपना अधिकार हासिल न कर सके। मछुवारा समाज द्वारा अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल हों कर आरक्षण का लाभ प्राप्त करने के लिए इस समाज द्वारा तात्कालीन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अर्जुन सिंह की सरकार के कार्यकाल से लेकर छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के पश्चात् आज पर्यंत तक किये गए प्रयास की जानकारी विस्तार से बताया गया । बैठक में उपस्थित अन्य वक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मछुवारा समाज को नये सिरे से ग्राम पचगैंहा, तहसील एवं जिला स्तर पर संगठित होकर मछुवारा समाज को अनुसूचित जनजाति वर्ग का दर्जा जो सन् 1958 के पहले प्राप्त था को पुनः इस दर्जा को हासिल करने के लिए भिन्न स्तर पर प्रयास करना होगा जिसमें जिला से लेकर प्रदेश स्तर पर धरना प्रदर्शन ज्ञापन सौंपना भी शामिल है।
इस संबंध में विस्तृत विचार विमर्श तथा आगे की कार्यवाही के लिए संगठन की रूपरेखा तैयार करने के लिए आगामी बैठक का आयोजन दिनांक 19अगस्त 2023 दिन शनिवार को रखा गया है । आगामी बैठक में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील केवट ढीमर दोनों समाज से की गई है। इस बैठक मैं प्रमुख रूप से श्री गोपीराम निषाद
श्री दशरथ निषाद,
श्री सुखराम निषाद ,श्रीमोहन लाल निषाद,
श्री संजीव निषाद, पुखराज निषाद, देवलाल निषाद, श्री हृदय निषाद,नोहरलाल धीवर, श्री अनिल कुमार धीवर, श्री विजय कुमार धीवर,श्रीहलधर निषाद, श्री सेवाराम निषाद , श्री प्रहलाद निषाद ,मंगलाराम निषाद , श्री सुखराम निषाद, श्री बिच्छू राम निषाद, श्री उदयराम निषाद,श्रीरजऊ राम निषाद,श्रीअग्नराम निषाद,श्रीथान सिंह निषाद, श्री जगन्नाथ निषाद,श्रीफिरतूराम निषाद,श्रीघसिया राम निषाद,श्रीकंसराम निषाद,श्रीतीरथ राम निषाद, श्री गोविन्द राम निषाद, श्री मुनि लाल निषाद,श्रीदुखूराम निषाद,श्रीआओमप्रकाश धीवर,श्रीभुवन धीवर,श्रीचन्द्रहास धीमर, श्री यशवंत कुमार धीवर , श्री राजकपूर धीवर, श्री नरेश कुमार, श्री लक्ष्मीचंद निषाद, श्री अनिल कुमार निषाद, श्री बुधराम धीवर, श्रीं त्रिलोकनाथ धीवर,श्री सुखीतराम धीवर सहित बड़ी संख्या में ढीमर एवं केवट समाज के सदस्य उपस्थित रहे ।अंत में श्री सूरज भान निषाद द्वारा बैठक मे उपस्थित सदस्यों के प्रति उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त करते हुए आगामी बैठक की तिथि के साथ बैठक समापन की घोषणा की।