गोबर से पुरे हुए इस पत्नी के अरमान: गणेश राम ने गोबर बेचकर ही खरीद लिए पत्नी के लिए गहने 

गोबर बिक्री कर 78 हजार 752 रुपए से अधिक का अर्जित किया लाभ

बालोद| छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के सफल क्रियान्वयन के फलस्वरूप इस योजना से ग्रामीणों एवं पशुपालकों की तकदीर एव तस्वीर बदल रही है। यह योजना अब गोबर विक्रेताओं के लिए आमदनी का कारगर स्त्रोत बनकर राज्य के ग्रामीण अर्थव्यवस्था को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसी कड़ी में राज्य शासन की यह  महत्वपूर्ण योजना जिले के डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम शिकारीटोला के पशुपालक श्री गणेश राम के लिए आज आर्थिक समृद्धि का आधार बन गया है। पशुपालक गणेश राम ने अपने गांवों के गौठान मंे निरंतर गोबर बिक्री कर अब तक 78 हजार 752 रुपये से अधिक की राशि अर्जित कर लिया है। यह योजना आज गणेश राम के जीवन में बदलाव लाने के लिए एक अत्यंत सफल योजना साबित होकर उनके सुखमय जीवन का आधार बन गया है। गणेश राम ने गोबर बिक्री कर इस राशि का उपयोग अपने बाल-बच्चों के पढ़ाई-लिखाई, खेती-किसानी मंे उपयोग के साथ-साथ अपने अन्य घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति में किया है। इसके अलावा उन्होंने शेष राशि से अपनी धर्मपत्नी के लिए गहने भी खरीदी की है। उल्लेखनीय है कि  छत्तीसगढ़ सरकार की लोक कल्याणकारी गोधन न्याय योजना से राज्य के साथ-साथ बालोद जिले के पशुपालक किसान और ग्रामीण महिलाओं के लिए आज आमदनी का स्थाई स्त्रोत बन गया है। इस योजनांतर्गत जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए गौठानों में पशुपालकों से नियमित रूप से गोबर खरीदी की जा रही है। जिससे यह योजना पशुपालकों के लिए अतिरिक्त आय का जरिया बन गया है ।
     इस योजना के फलस्वरूप अपने जीवन में आए बदलाव के संबंध में जानकारी देते हुए कृषक गणेश राम ने बताया कि गोधन न्याय योजना के फलस्वरूप आज वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन गए है। उन्होंने बताया कि अब तक वे 39 हजार 376 किलोग्राम से अधिक का गोबर की बिक्री कर 78 हजार 752 रुपये से अधिक का लाभ अर्जित किया है। गणेश राम ने बताया कि इस योजना के शुरू होने के पहले हमारे गाँव में रोजगार के कोई साधन नहीं होने से हमारे गांव के युवक-युवतियां एवं महिलाओं को रोजगार के लिए अन्य गांव में जाना पड़ता था। लेकिन जब से छत्तीसगढ़  सरकार द्वारा राज्य में गोधन न्याय योजना की शुरूआत की गई है, तब से गांव की युवक-युवतियाँ एवं महिलाओं को रोजगार के लिए गांव से बाहर जाने की आवश्कता नही पड़ती। आज गोधन न्याय योजना अंतर्गत संचालित विभिन्न गतिविधियां वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, मशरूम उत्पादन आदि के माध्यम से हम ग्रामीणों को समूचित रोजगार एवं आमदनी प्राप्त हो रही है। उन्होंने राज्य में गोधन न्याय योजना लागू कर उनके जैसे अनेक पशुपालकों, किसानों एवं ग्रामीणों के लिए आय का महत्वपूर्ण जरिया उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।

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