कोहंगाटोला में श्री मद भागवत ज्ञान सप्ताह का आयोजन जारी

बालोद। समस्त ग्रामवासी कोहंगाटोला द्वारा रंगमंच कोहंगाटोला में श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है,

कथा के चौथे दिवस साकेत धाम अयोध्या से पधारे प्रवचनकर्ता पं.जयप्रकाश शुक्ला ने जड़ भरत की कथा सुनाते भक्त् की शक्ति का जनमानस से परिचय कराते कहा भक्त जब जब भी संकट में होता है भगवान स्वयं भक्त की रक्षा करने आ जाते हैं भगवान के रहते यमराज की भी हिम्मत नही होती कि वह उसके भक्त की भुजा पकड़ ले।आज कथा की पंचम दिवस है।

भागवत कथा की महत्ता पर कथा कहते संत जी ने कहा कि भागवत की कथा से समाज को संस्कार की शिक्षा मिलती है । स्वस्थ समाज निर्माण में संस्कारों की बड़ी भूमिका होती है और हमारे धर्म ग्रंथ हमें संस्कारों की शिक्षा देते हैं। जड़ भरत की कथा प्रसंग पर कहते उन्होने कहा कभी चोरी नहीं करनी चाहिये तुम कहते हो कोई नहीं देख रहा है लेकिन भगवान हर पल हर घड़ी देख रहा है, कभी किसी के धन की चोरी नहीं करनी चाहिए। सत्संग और भागवत कथा से जीवन बदलने की शक्ति और प्रेरणा मिलती है। संगति के फल पर अजामिल कथा का प्रसंग सुनाते कहा अजामिल चारों


वेद के प्रकांड विद्वान थे लेकिन कुसंगति के कारण वह ब्राह्मण कर्म छोड़ कुकर्मों मे लग गया जिससे वह पतित होकर नीच कर्म करने लगा जब कोई विद्वान व्यक्ति नीच कर्म करने लगता है तब कोई संत ही होता है जो उसे सही मार्ग दिखाता है, संतों की बात मान लेना भी एक तरह से दक्षिणा होता है अजामिल ने संतों की बात मानकर अपने बेटे का नाम नारायण नाम रख लिया जिससे उनका उद्धार हुआ। अपने बच्चों का नाम देवी देवता को नाम पर रखें किसी हीरो हीरोइन का नाम रखकर समाज को पथभ्रष्ट न करे हमारे असली हीरो तो देश की सीमा पर लड़ रहे जवान हैं उनके सम्मान में उनका नाम से अपने बच्चों का नाम रखें देश का गौरव बढ़ायें । कथा में ग्राम पटेल गुमान देवॉगन, सरपंच छगन साहू, रुपूराम सोनकर, पोसू साहू, दयाराम सिन्हा, सहित ग्रामीण बड़ी संख्या उपस्थित रहे।

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