बरही में जल जीवन मिशन से बनेगी पानी टंकी, तो काड़े में होगा पाइप लाइन का विस्तार, विधायक ने किया भूमि पूजन
बालोद। ब्लॉक के ग्राम बरही व आश्रित ग्राम काड़े में पेयजल की समस्या दूर करने के लिए शासन की योजना के तहत विभिन्न कार्य होंगे। जिसके तहत कांडे में बोर खनन एवं पाइप लाइन विस्तार कार्य और जल जीवन मिशन के तहत बरही में पानी टंकी का निर्माण किया जाएगा। इन सभी कार्यों के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम बरही में संपन्न हुआ। जिस के मुख्य अतिथि विधायक संगीता सिन्हा व पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा थे। अध्यक्षता जिला पंचायत सदस्य धनेश्वरी नरेंद्र सिन्हा ने की। विशेष अतिथि के रुप में जनपद सदस्य अमृता नेताम, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष चन्द्रेश हिरवानी, विधायक प्रतिनिधि कमलेश श्रीवास्तव मौजूद रहे। इस दौरान विधायक ने सरकार की योजनाओं का बखान किया व भूपेश सरकार पर भरोसा रखने की बात कही और कहा कि हमारी सरकार जो कहती है वह कर रही है। गांव की मूलभूत समस्याओं के समाधान के लिए भूपेश सरकार तत्पर है।
चिरचारी में हुआ विकासखंड स्तरीय पशु मेला का आयोजन, विधायक ने किया शुभारंभ
गुरुर ब्लाक के ग्राम चिरचारी में विकासखंड स्तरीय पशु मेला का आयोजन हुआ। इसके शुभारंभ के मुख्य अतिथि विधायक संगीता सिन्हा व पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा थे। इस दौरान शिविर में उन्नत नस्ल के पशुओं को चारा खिलाकर विधायक ने शिविर का शुभारंभ किया। इसके अलावा उन्होंने शासन की पशुधन विकास योजना का लाभ उठाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया। इस दौरान सरपंच यसवंत पुरी गोस्वामी के अलावा जिला पंचायत सदस्य ललिता पीमन साहू, पिमन साहू सहित अन्य कांग्रेसी व ग्रामीण भी मौजूद रहे। विधायक संगीता सिन्हा ने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन एक महत्वपूर्ण गतिविधि है जिससे कृषि पर आश्रित परिवारों को अनुपूरक आय तो प्राप्त होती ही है, साथ ही पशु उत्पाद प्रोटीन का प्रमुख स्त्रोत भी है। सूखा एवं अन्य प्राकृतिक विपदाओं जैसे आकस्मिता के समय पशुधन ही आय का एक मात्र स्त्रोत के रूप में उपलब्ध होता है। इस प्रकार पशुधन ग्रामीणों की अर्थव्यवस्था में प्रमुख स्थान रखता है।
छत्तीसगढ़ राज्य में 20वीं पशु संगणना वर्ष 2019 के अनुसार लगभग 1.59 करोड़ पशुधन संख्या है। जिसमें गौ वंशीय पशु संख्या 62.90% भैंस वंशीय 7.40% बकरी 25.24% भेड़ 1.13% एवं सूकर संख्या 3.33% है। इससे स्पष्ट है कि ग्रामों में गरीबी उन्नमूलन हेतु पशुपालन की अहम भूमिका है। विधायक ने किसानों को कृषि के साथ-साथ पशुपालन में भी आगे रहने की अपील की तो वहीं विभाग के अफसरों को भी कहा कि सरकारी योजनाओं से ज्यादा से ज्यादा लाभ दिलाने का प्रयास किया जाए ताकि लोग योजनाओं के प्रति जागरूक भी हो और उनका लाभ भी ले सकें। पशु चिकित्सा विभाग में भी कृषि विभाग की तरह सब्सिडी योजनाएं संचालित है। जिनकी जानकारी के बिना लोग लाभ नहीं ले पाते या फिर लोग रुचि नहीं लेते।