हरियाणा में देवेन्द्र ने लहराया छग का परचम, छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया का नारा गूंजा
बालोद। राष्ट्रीय एकता शिविर चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार हरियाणा लगाया था।जिसका थीम था आत्मनिर्भर भारत।जिसमें छतीसगढ़ से 8 प्रतिभागियों और बालोद जिले से देवेन्द्र कुमार साहू ने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया। पूरे भारत वर्ष से 17 राज्य के लोगो ने भाग लिया तथा सात दिनों तक यह शिविर चला । 16 दिसंबर से 22 दिसंबर तक हुए इस आयोजन में विभिन्न प्रकार का योगा सेशन, अध्यात्म सामाजिक क्रान्ति मोटिवेशनल भाषण , खेल , भारत के एतिहासिक धरोहरों का स्थान में जाकर वहां की जानकारी, साथ ही प्रतिदिन विभिन्न राज्यों के उनकी संस्कृति और सभ्यता के संगीत और नृत्य कला के माध्यम से आयोजन हुआ।
छत्तीसगढ की टीम ने राउत नाच और झुपत झुपत आबे दाई और नंदा जाहि का रे छत्तीसगढ का पंडवानी गाया। जिसने सबका मन मोह लिया। पावं के पैजनिया नृत्य ने समां बांध दिया।देवेन्द्र कुमार साहू ने बताया कि एक दिन में तीन राज्य अपनी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करना होता है, जिसमें उसने समय निकाल कर कुछ अपनी राज्य का परिचय देने की कोशिश किया और चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार हरियाणा को मेजबानी का सम्मानपूर्वक आभार दिया।
17 राज्य के युवा का अनोखा मिलनसार कार्यक्रम रखा गया और हमारी भारत के गौरव शाली इतिहास और महापुरुष की गाथाओं का वर्णन किया गया।
अंतिम दिन मे सभी को राष्ट्रीय एकता शिविर की शिविरार्थी को नेशनल प्रमाण पत्र प्रदान कर उनके उज्जवल भविष्य की गई। छत्तीसगढ़ टीम में कार्यक्रम प्रभारी योगेश देशमुख , देवेन्द्र कुमार साहू ,राजेंद्र निषाद ,लालित कुमार, मोहित राठौर ,सुमन साहू ,कुमुदिनी साव द्रौपदी राजपूत, हिमांक्षी यादव ने भाग लिया और छत्तीसगढ़ का ग़ौरव बढ़ाया।