चन्दूलाल चंद्राकर की स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अधिग्रहण पर परिजनों ने जताई ख़ुशी, मुख्यमंत्री का आभार, पढ़िये कैसी थी चन्दूलाल चन्द्राकर जी की शख्सियत

बालोद/रायपुर –  छत्तीसगढ़ विधानसभा में छत्तीसगढ़ चंदूलाल चन्द्राकर स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय दुर्ग (अधिग्रहण) विधेयक 2021 ध्वनिमत से पारित कर दिया गया है. चंदूलाल चंद्राकर स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय का राज्य सरकार द्वारा अधिग्रहण व विधानसभा में विधेयक प्रस्ताव पारित किए जाने का राज्य सरकार के निर्णय का स्व चंदूलाल चंद्राकर के परिवारजनों ने स्वागत किया है. बता दें कि चंदुलाल जी मूल रूप से बालोद जिले के बालोद ब्लॉक के ग्राम निपानी के रहने वाले थे आज उनके परिवार से पोते संजय चन्द्राकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व जिला पंचायत बालोद उपाध्यक्ष सहित अन्य लोगों ने ख़ुशी जाहिर की व कहा कि सरकार के इस अनूठे कदम से छग में डॉक्टर्स की कमी दूर होगी हर साल यहां से पढ़कर 150 डॉक्टर तैयार होंगे. संजय चन्द्राकर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार प्रकट किया है. स्व चन्दूलाल चंद्राकर राष्ट्रीय नेता व केंद्रीय मंत्री,अंतरराष्ट्रीय पत्रकार, श्रमिक नेता व विभिन्न पदों पर रहते हुए देश की सेवा किये. उनका स्वप्न था कि छत्तीसगढ़ राज्य का सर्वागीण विकास हो,ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं बेहतर हो, युवाओं को रोजगार  मिले, छत्तीसगढ़ का विकास हो, उनका स्वप्न था  पृथक छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण हो, पृथक राज्य निर्माण के लिये उन्होंने संघर्ष किया, वे राज्य निर्माण मंच के सर्व दलीय नेता थे. उनकी स्मृति को बनाये रखने के लिए स्व चन्दूलाल चंद्राकर के परिजनो ने उनके पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से मांग किया था कि छत्तीसगढ़ के विभिन्न संस्थानों को राज्य सरकार चन्दूलाल चंद्राकर जी के नामकरण करें. जिससे आने वाले पीढ़ी छत्तीसगढ़ विकास में उनके योगदान को याद किया जा सके.राज्य सरकार द्वारा दुर्ग जिले के चंदूलाल चंद्राकर स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय का अधिग्रहण किये जाने का  परिवार जनों ने स्वागत किया है. मुख्यमंत्री के प्रति आभार वधन्यवाद ज्ञापित करने वाले परिवार जनों की ओर से संजय चंद्राकर पूर्व उपाध्यक्ष जिला पंचायत, परमेश्वर चंद्राकर, मोहन चंद्राकर, मनोज चंद्राकर, हरीश चंद्राकर, हरिकिशन चंद्राकर, भूपेंद्र चंद्राकर शामिल हैं.

इस तरह होगा विकास

इस अधिग्रहण से 750 बेड बढ़ जाएंगे और प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में सीटों की संख्या बढ़कर 1370 हो जाएगी। इस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दुर्ग सहित राजनांदगांव, कवर्धा, बेमेतरा और बालोद के गरीब लोगों के इलाज की व्यवस्था हो सकेगी। इसके अधिग्रहण के निर्णय से क्षेत्र के लोगों में खुशी है।

अब जरा चंदुलाल जी को भी याद करें

एक जनवरी 1921 को तत्कालीन दुर्ग जिले के निपानी (बालोद) में  जन्मे चंदूलाल चंद्राकर कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। वह दुर्ग से पांच बार सांसद रहे हैं। 1970 में पहली बार उन्होंने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। इसके बाद वह पांच बार चुनाव जीते। केंद्र की सरकार में चंदूलाल चंद्राकर पर्यटन, नागरिक उड्डयन, कृषि, ग्रामीण जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे। वहीं, अलग छत्तीसगढ़ के लिए भी वह सर्वदलीय मंच के अध्यक्ष रहे हैं और महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

संगठन में भी निभाबड़ी जिम्मेदारी
चंदूलाल चंद्रकार संगठन में भी कई बड़ी भूमिकाएं निभाई हैं। वह 1982 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के महासचिव बने थे। इसके साथ 1993-95 तक वह पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे हैं। चंदूलाल चंद्रकार भिलाई में स्टील कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष भी रहे हैं। इस दौरान वह लगातार मजदूरों की लड़ाई रहते हैं। 1975 में इंटक के एमपी प्रदेश उपाध्यक्ष बने थे। उनकी पढ़ाई लिखाई जबलपुर के रॉबर्टसन कॉलेज से हुई है।

पत्रकारिता में भी रहे सक्रिय
चंदूलाल चंद्राकर की राजनीति में एंट्री में 1970 में हुई है। राजनीति में आने से पहले चंद्राकर की गिनती एमपी-छत्तीसगढ़ के बड़े पत्रकारों में होती थी। उन्होंने पत्रकारिता में रहते हुए कई देशों के दौरे भी किए हैं। देश के कई बड़े अखबारों में चंदूलाल चंद्राकर संपादक भी रहे हैं। छत्तीसगढ़ की सरकार उनकी याद में पत्रकारिता के क्षेत्र में चंदूलाल चंद्राकर फेलोशिप देती है। दो फरवरी को 1995 को उनका निधन हो गया।

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