मामूली बात पर पड़ोसी की कर दी डंडे से बेदम पिटाई, प्राणघातक हमले के आरोप में 1 साल बाद तीन युवक गिरफ्तार, दल्ली का मामला
बालोद/ दल्लीराजहरा। दल्ली का पुलिस ने दल्ली के ही एक वार्ड के 3 लोगों को मारपीट व धारा 307 प्राणघातक हमला के आरोप में गिरफ्तार कर रिमांड पर जेल भेजा है। मामला लगभग 1 साल पुराना है। जुलाई में ही दो पड़ोसियों के बीच मामूली बात पर झगड़ा हुआ था।इस बीच आवेश में आकर आरोपी पक्ष ने पड़ोसी युवक को डंडे से बेदम पीट दिया था। जिसके बाद परिजन उसे भर्ती कराए गए थे। पर स्थिति ज्यादा खराब हो गई। पहले तो उस समय मामले में दोनों पक्षों से ही मारपीट का ही केस दर्ज हुआ था। बाद में घायल युवक की स्थिति को देखते हुए धारा 307 भी जोड़ा गया। जिस पर गिरफ्तारी हुई है। गिरफ्तार आरोपियों में मनेश्वर चतुर्वेदी उम्र 44, आकाश चतुरवेदी उम्र 22, विशाल चतुर्वेदी निवासी वार्ड क्र0 19 डाक्टर आम्बेडकर नगर राजहरा है।
मां ने लिखाई थी रिपोर्ट
घायल युवक श्यामलाल की मां पुरइन बाई नेताम की रिपोर्ट पर केस दर्ज हुआ था। घटना 11 जुलाई 2020 की है। मां के मुताबिक करीबन 11बजे मेरा लड़का श्याम पिता बाबूलाल नेताम उम्र करीबन 30 वर्ष सा0 वार्ड क्र0 19 राजहरा मोटर सायकल लेकर घर आ रहा था । मनेश्वर अपनी मोटर सायकल लेकर अपने घर के सामने खड़ा किया था। मनेश्वर के मोटर सायकल को मेरा लड़का श्याम ठोकर मारा। उसी बात से मनेश्वर, उसकी की पत्नी तारा व उसका लड़का आकाश व लक्की सभी एक राय होकर गालिया देकर जान से मारने की धमकी देकर हाथ मुक्का व डंडा से मारपीट किये। जिससे मेरा लड़का श्याम लाल को चोट आयी । मै बीच बचाव करने गयी तो मुझे भी हाथ मुक्का से मारपीट किये। जिससे मेरे दाहिने हाथ के कलाई मे व बांया आंख के पास चोट आया । श्यामलाल को पहले पुष्पा अस्पताल राजहरा में ईलाज के लिए भर्ती कराया गया था। बाद में रेफर हुआ।
दूसरे पक्ष ने भी लिखाई थी रिपोर्ट
दूसरे पक्ष से तारामणि चतुर्वेदी वार्ड क्र0 19 गार्डर पुल राजहरा ने भी मां बेटे के खिलाफ मारपीट की धाराओं के तहत रिपोर्ट लिखाई थी।इस पक्ष अनुसार तारामणि ने बताया करीबन 11.00 बजे अपने घर के सामने में मैं तथा मेरी लड़की पूजा व मोहल्ले के लोग बैठे थे। उसी समय श्याम नेताम अपने मोटर सायकल को तेज एवं लापरवाही पूर्वक चलाकर आया और हमारी मोटर सायकल स्प्लेंडर को ठोकर मारा। जिससे हमारी मोटर सायकल गिर गयी जिससे हमारी मोटर सायकल का फूट रेस्ट टूट गया। श्याम का बैलेंस बिगड़ गया । मै श्याम को बोली कि ठीक से चला तो श्याम बोला कि क्या लगा, क्या लगा है कहकर मुझे गालिया दिया और धक्का मुक्की देने लगा, हाथ थापड़ से मार पीट किया , बीच बचाव करने मेरी बेटी पूजा आयी तो उसे भी मारपीट किया । उसके बाद उसकी मां पुरईन बाई आयी और वो भी गालिया दी । दोनो एक राय होकर गाली गलौच किये। श्याम तेज व लापरवाही पूर्वक चलाकर हमारी मोटर सायकल को ठोकर मारा । तथा उसकी मां श्याम को दो तीन बार घर ले के गयी तो वह पून: वापस आकर गालिया देने लगा और विवाद करते रहा जिसको छुड़ाने से वह गिर गया, वहां पर रखे लकड़ी में उसे चोट लगा।