अवैध लकड़ी परिवहन करते हुए आठ ट्रैक्टर जप्त, बालोद इलाके में हुई बड़ी कार्रवाई, रात दो बजे से सुबह पांच बजे तक चला धरपकड़ का सिलसिला, प्रतिबंधित लकड़ियां भी हुई जब्त

बालोद। वनमंडलाधिकारी बालोद बी.एस. सरोटे के निर्देशन और सुश्री डिम्पी बैस उप वनमंडलाधिकारी बालोद के मार्गदर्शन में 31 दिसंबर के मध्य रात्रि में रात्रि गश्त के दौरान बालोद-लोहारा मुख्य मार्ग पाररास से जुंगेरा के बीच 04 ट्रैक्टर, बघमरा-बालोद मार्ग रेलवे फाटक के पास 01 ट्रैक्टर, वनोपज जांच नाका तालगांव के समीप 01 ट्रैक्टर तथा ग्राम चौरेल के पास 02 ट्रैक्टर को अवैध काष्ठ (लकड़ी) परिवहन किये जाने के कारण जप्त किया गया। जप्त किये गये सभी वाहनमय काष्ठ को शासकीय काष्ठागार, बालोद में रखा गया है। जप्त टैक्टरों में कसही, साजा, प्रतिबंधित प्रजाति के अर्जुन वृक्ष तथा अन्य मिश्रित प्रजाति लट्ठा 12 घ.मी. (लगभग) तथा अन्य मिश्रित प्रजाति के 06 जलाऊ चट्टा (लगभग) लदा पाया गया। ट्रैक्टरों में जप्त काष्ठ के विरूद्ध वन अपराध प्रकरण दर्ज कर छ०ग० वनोपज परिवहन अधिनियम 2001 के नियम 3 के तहत कार्यवाही की जा रही है। ज्ञात हो कि, विभाग द्वारा अवैध कटाई/अवैध परिवहन नहीं करने के संबंध में प्रचार-प्रसार किये जाने के बावजूद भी अवैध परिवहन किया गया है, जिसे जप्त कर नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है। जप्ती की कार्यवाही में वन परिक्षेत्र अधिकारी बालोद, परिसर रक्षक बालोद, गुण्डरदेही, नर्रा, धरमपुरा के साथ सुरक्षा श्रमिक उपस्थित थे।

टीम बनाकर जिले के विभिन्न मार्गों में निकलकर लकड़ी से भरे 8 ट्रैक्टर पकड़े

इस तरह वन विभाग बालोद ने अवैध लकड़ी परिवहन पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। विभाग ने अलग अलग टीम बनाकर जिले के विभिन्न मार्गों पर रात 2 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक छापेमारी की। इस कार्रवाई में आठ गाड़ियां लड़कियों से भरी जब्त की गई। जब गाड़ियों पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। दिन में प्लानिंग कर रात में छापेमारी की योजना बनाई गई। डीएफओ बी एस सरोटे के निर्देश व एसडीओ सुश्री डिंपी बैस के नेतृत्व में विभिन्न टीमों का गठन कर सड़कों पर चल रही गाड़ियों पर नजर रखी गई। रात 2 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक कार्रवाई की गई। खास तौर पर ट्रैक्टरो पर विशेष जांच की गई। इस दौरान टीम ने डौंडीलोहारा रोड, सिकोसा क्षेत्र, गुरुर, डौंडी मार्ग पर विशेष रूप से चौकसी रखी गई। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों से आठ ट्रैक्टर पकड़े जिसमें लकड़ियां भरी हुई थी। वनमंडल अधिकारी बीएस सरोटे ने जानकारी दी कि जब्त लड़कियों की जांच की जा रही है। ट्रैक्टर चालक व ट्रैक्टर मालिक से पूछताछ की जा रही है। लकड़ी जहां से लाई गई उस जगह की पहले जांच की जाएगी। यदि वन विभाग की जगह से पेड़ काटे गए मिलेंगे तो आगे कार्रवाई की जाएगी। यदि राजस्व विभाग से लकड़ी काटी पाई गई तो अवैध परिवहन का मामला बनाया जाएगा। सभी गाड़ियों पर विधि सम्मत जो कार्रवाई होगी वह की जाएगी।

अवैध परिवहन को लेकर लगातार की जा रही जांच

वन मंडल अधिकारी सरोटे ने जानकारी दी कि अवैध रूप से लकड़ी परिवहन की जानकारी मिलती है। विभाग द्वारा बीच-बीच में इस तरह सर्चिंग की जाती है। जब भी कोई इस तरह के अवैध लकड़ी परिवहन में लगी गाड़ियां मिलती है तो उस पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाती है। जब तक गाड़ियों के ड्राइवरो व मालिकों के बयान के आधार पर आगे की जांच की कार्रवाई की जाएगी और वन अधिनियम के तहत फाइन सहित अन्य कार्रवाई की जाएगी।

तस्करों के उड़े होश, गाड़ियां छुड़ाने की लगा रहे जुगत

लगातार बालोद ब्लाक के कई गांव से लकड़ी तस्कर सक्रिय होने की खबर सामने आई थी। सुबह के तीन या चार बजे से ही लकड़ी तस्कर भोलेभाले किसानों से औने पौने दाम पर पेड़ खरीद कर उन्हें मशीनों से कटवा कर आसपास कहीं खपाने के लिए ले जाते थे। कहीं लकड़ी टॉल तो कहीं ईट भट्ठा में इन अवैध लड़कियों को खपाया जाता था। जिससे तस्करों को मोटी कमाई होती है। समय-समय पर शिकायत पर वन विभाग जब्ती की कार्रवाई करती रही है। साल के आखिरी दिन विभाग ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया और रेकी करके अलग-अलग मार्ग में अवैध परिवहन कर रहे तस्करों उनके कर्मचारियों को गाड़ियां सहित पकड़ लिया। इस कार्रवाई से लकड़ी तस्करों में दहशत का माहौल बना हुआ है और वे अपनी लकड़ी और गाड़ियां छुड़ाने की जुगत में लग गए हैं।

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