विश्व शिक्षक दिवस पर एनटीसीएफ ने उत्कृष्ट नवा चारी शिक्षकों का किया सम्मान
बालोद। नावेल टीचर्स क्रिएटिव फाउंडेशन के तत्वाधान में विश्व शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षक सशक्तिकरण एवं उन्मुखीकरण की ओर एक कदम बढ़ाते हुए ‘ उत्कृष्ट नवाचारी शिक्षक सम्मान ‘ समारोह का आयोजन होटल गुरु ग्रेस बालोद में किया गया। इस समारोह में नवाचार के नेतृत्व हेतु “शिक्षा में नवाचार: अवधारणा एवं क्रियान्वयन” पर व्याख्यान तथा शैक्षिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री अनुराग त्रिवेदी जिला मिशन समन्वयक ,समग्र शिक्षा बालोद ने फाउंडेशन के निरंतर कार्यक्रमों के माध्यम से वर्तमान परिस्थितियों तथा शैक्षिक प्रक्रियाओं में नवाचार लाने के प्रयास के इस उत्कृष्ट कदम की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षण के वर्तमान स्वरूप में गुणात्मक परिवर्तन व नवीनता लाना अत्यंत आवश्यक है। नवाचार के माध्यम से व्यक्ति के व्यवहार में नवीनता युक्त तथ्यों मान्यताओं और विचारों का बीजारोपण करके शिक्षक को नवीन प्रवृत्तियो की ओर उन्मुख होने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि एनटीसीएफ के इस मंच से शिक्षा के क्षेत्र में प्रयुक्त अधिगम शिक्षण प्रक्रिया को और अधिक सरल और प्रभावी बनाया जा सकता है। एनटीसीएफ के अध्यक्ष श्री अरुण कुमार साहू ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि नवाचार शैक्षिक लक्ष्य को प्राप्त करने का एक सशक्त माध्यम है।शैक्षिक नवाचार नये विचारों की खोज,संवाद और सार्थक दिशा में चिंतन का परिणाम है।प्रगतिशील शिक्षकों में पुराने तरीकों से हटकर कुछ परिवर्तन करने का साहस ही नवाचार संस्कृति का निर्माण करता है।
विशेष अतिथि जे एस भारद्वाज विकासखंड शिक्षा अधिकारी डौंडी ने कहा कि शिक्षा को समय के सापेक्ष बनाने के लिए नवाचारों की आवश्यकताएं है। आज यह फाउंडेशन कौशल नवाचार के लिए प्रयास रहता है। यह मंच शिक्षकों को नए विचारों का पता लगाने, उन विचारों को कैसे लागू किया जाना चाहिए इस बारे में सूचित निर्णय लेने और उन्हें प्रभावी ढंग से निष्पादित करने की क्षमता प्रदान करता है। विशेष अतिथि श्री जे मालेकर बीआरसीसी डौंडीलोहारा ने कहा कि विश्व शिक्षक दिवस शिक्षकों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजित जाता है। आज एनटीसीएफ शिक्षकों के कार्य स्थितियां और मान्यता को बेहतर बनाने की दिशा में काम करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य कर रहा है।
शैक्षिक संगोष्ठी के प्रतिभागी नवाचारी शिक्षक धर्मेंद्र कुमार श्रवण सेजस खल्लारी ,तामसिंह पारकर सेजेस कुसुमकसा , मोतीलाल साहू पूर्व माध्यमिक शाला ढुडीया , सनत देशमुख घोड़ेला, आशा साहू आश्रम शाला कुसुमकसा सरस्वती रामटेके भूरकाभाट, जसवंत मांडवी मानपुर मोहला, पुषन साहू सजेस् कन्नेवाड़ा , श्रीमती एस मिश्रा धनेली मोहम्मद आसिफ देवरी, तथा सुश्री आरती ठाकुर कवर्धा ने शिक्षा में नवाचार के लिए अवधारणा एवं क्रियान्वयन पर प्रदर्शन किया । इस अवसर पर उत्कृष्ट नवाचारी शिक्षकों सुनील कुमार चंद्राकर प्राचार्य ईरागुड़ा, श्रीमती कृष्णा मिश्रा व्याख्याता धनेली, श्वेता पांडे व्याख्याता खुटेरी, राजेश वर्मा प्रधान पाठक देवरी, शैलेंद्र पांडे गुंदरदेही, कीर्तन कुमार व्याख्याता कोटगांव, लेखिन साहू प्रधान पाठक ,अजय शर्मा मा शाला पेरपार गुरुर ,नरोत्तम यादव व्याख्याता सेजस घोटिया, जितेंद्र पटेल प्रधान पाठक मोहला, जसवंत मांडवी व्याख्याता मोहला, सुश्री हिप शिवा एंथोनी व्याख्याता डेटेगा, श्वेता नौरंगे व्याख्याता मूडखुसरा, सनत देशमुख गोढेला, सपना सिंहा ,आरती ठाकुर,मोतीलाल साहू शिक्षक डूडिया, अजय सिंह सहायक शिक्षक बरबटी,रामकुमार सिन्हा सहायक शिक्षक बरही, जयकांत पटेल व्याख्याता कोड़ेकसा, कमलकांत साहू सहायक शिक्षक बड़गांव, लक्ष्मी गजीर सहायक शिक्षक खपराभाट , पुष्प लता साहू को उत्कृष्ट नवाचारी शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एनटीसीएफ के कोर मेंबर सम्मान,सदस्य सम्मान तथा अन्य प्रविष्टि शिक्षक सम्मान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती गायत्री साहू तथा हर्ष देवांगन ने किया और आभार प्रदर्शन धर्मेंद्र कुमार श्रवण ने किया। कार्यक्रम का प्रबंधन एवं समन्वय में श्रीमती कैशरीन बेग सचिव, लिली पुष्पा एक्का सह सचिव, लाल रघुवीर सिंह मीडिया सचिव, मुनमुन सिंह सांस्कृतिक सचिव, प्रतिभा त्रिपाठी , खेमलता ठाकुर बिंदिया रानी गैंगबेर तथा सलाहकार मधुबाला कौशल , टेक्नीशियन छगन बछोड आदि ने महती भूमिका निभाई।