November 21, 2024

कुसुमकसा में मनाया गया विश्व प्राथमिक चिकित्सा दिवस

दल्ली राजहरा । स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट हिंदी मध्यम विद्यालय कुसुमकसा में जूनियर रेड क्रॉस सोसाइटी के तत्वाधान में विश्व प्राथमिक उपचार दिवस मनाया गया। इस समारोह के मुख्य अतिथि डॉ देव प्रकाश (एमबीबीएस ) बीएसपी हॉस्पिटल दल्ली राजहरा एवं विशेष अतिथि श्री योगेश सिंह फार्मासिस्ट ,श्रीमती आशा किरण नर्सिंग सिस्टर , श्री घनश्याम पारकर अतिरिक्त श्रम कल्याण अधिकारी बीएसपी दल्ली राजहरा तथा संतोष टेमरे कुशल मंच संचालक सांस्कृतिक कला मंच दल्ली राजहरा थे। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती माता की पूजन तथा व्याख्याता मांडवी मिश्रा द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य श्रीमती सुनीता यादव ने की। उन्होंने कहा जूनियर रेड क्रॉस के व्यापक विचार देश के युवाओं को सक्षम बनाना है , ताकि वे एक दिन विश्व शांति तथा मानव जाति के कल्याण की स्थापना में योगदान दे सके।


जूनियर रेड क्रॉस प्रभारी व्याख्याता तामसिंग पारकर ने बताया कि इंटरनेशनल फाउंडेशन ऑफ़ रेड क्रॉस सोसाइटी ने विश्व प्राथमिक चिकित्सा दिवस की शुरुआत की, जिनका उद्देश्य प्राथमिक उपचार से लोगों की मदद करना और उनका जीवन बचाना है। प्राथमिक उपचार के प्रति समाज को जागरूक करने और बढ़ावा देने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन प्रतिवर्ष सितंबर माह के दूसरे सप्ताह में किया जाता है। इस कार्यक्रम का मकसद लोगों को प्राथमिक चिकित्सा के बारे में जागरूक करना और उन्हें बताना है कि कैसे आपातकाल में प्राथमिक उपचार से मदद मिल सकती है जिससे अमूल्य जीवन को बचाया जा सके। उन्होंने विभिन्न मौसमी संक्रमित बीमारी डायरिया तथा डेंगू जैसे बीमारियों के लक्षण तथा प्राथमिक उपचार के तरीके भी बताएं।इस अवसर पर डॉ देव प्रकाश ने कहां की घायल व्यक्ति को मेडिकल हेल्प मिलने से पहले दिया जाने वाला उपचार ही प्राथमिक उपचार है।कई लोग प्राथमिक उपचार नहीं मिलने के कारण दम तोड़ देते हैं किसी को भी जान माल का नुकसान ना हो उसकी जागरूकता के लिए तथा रोगियों को भी मानसिक रूप से सशक्त महसूस कराने के लिए प्राथमिक उपचार मददगार साबित होता है।


डॉ देव प्रकाश और उनकी टीम ने सीपीआर के बारे में प्रदर्शन करके बताया कि यह एक आपातकालीन उपचार है जिसका इस्तेमाल तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति का दिल धड़कना बंद हो जाए या वह सांस ना ले पा रहा हो। सीपीआर से कार्डियक अरेस्ट और सांस ना ले पाने जैसी आपातकालीन स्थितियों में जान बचाई जा सकती है। हास्य व्यंग्यकार राष्ट्रीय साहित्य पुरोधा सम्मान से सम्मानित घनश्याम पारकर ने लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने का आवाहन करते हुए कहा कि झाड फूंक जैसे अंधविश्वास और रूढ़िवादिता के दलदल में नहीं फसना चाहिए। उन्होंने बुद्धि के देव गणेश पर अपनी मौलिक कविता सुनकर धार्मिक ठेस न पहुंचने की मार्मिक अपील की। जूनियर रेड क्रॉस सोसाइटी के विद्यार्थियों ने गीत तथा भाषण प्रस्तुत किया। आभार प्रदर्शन वरिष्ठ व्याख्याता अशोक कुमार सिन्हा ने किया। तत्पश्चात प्राथमिक उपचार जागरूकता रैली निकाली गई।
इस अवसर पर शाला के समस्त व्याख्याता गण सुश्री गीता गुप्ता,चंद्रकला सक्सेना, उमा त्रिपाठी ,,आर के आवडे ,इंद्राणी मुखर्जी ,,कृतिका साहू ,आशा प्रधान किरण झा, सावित्री स्वर्णकार,दीपमाला जोशी ,रंजना खोबरागड़े,जनक साहू ,दीपमाला जोशी,, देवहूति कोठारी ,शीतल नायक ,रंजना खोबरागड़े, भारत लाल नायक, चंद्र भूषण डाहरे,डॉली मेश्राम विजयलक्ष्मी साहू उमेश सिन्हा गोविंद गजबीय आदि उपस्थित थे।

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