जिनके पास स्मार्ट मोबाइल नहीं उन बच्चों के लिए इस संस्था ने निकाला ऑनलाइन शिक्षा का रास्ता, दुधली में हुई पहल
बालोद – आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर की प्रेरणा से एसएसआरडीपी(श्री श्री रविशंकर रूरल डेवलपमेंट प्रोग्राम) के अन्तर्गत बैंगलोर आश्रम द्वारा दूधली स्कूल के ग्रामीण बच्चो की ऑनलाइन पढ़ाई हेतु निःशुल्क ऑनलाइन कंप्यूटर इलेक्ट्रिक सिस्टम (मॉनिटर, सीपीयू, कैमरा, की बोर्ड, माउस, एडॉप्टर व अन्य सामग्री) ग्राम दूधली को उपलब्ध कराई गई है।
इस प्रोजेक्ट का संचालन आर्ट ऑफ लिविंग शिक्षक व बालोद जिले के जिला शिक्षक समन्वयक धीरज शर्मा द्वारा किया जा रहा है। इस सिस्टम में बच्चो को निःशुल्क ऑनलाइन पढ़ाई का फायदा तो मिलेगा ही, साथ ही साथ ग्रामवासियों को भी समय पर उपयोगी ट्रेनिंग भी उपलब्ध कराई जाएगी। इसका शुभारंभ प्रशिक्षण भवन, दूधली में गुरुवार को सुबह 11 बजे से हो गया है। जिसके कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज कुमार प्रभाकर, जनपद सदस्य डौंडौंडीलोहार, भोलाराम देशमुख ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष डौंडीलोहारा , ग्राम पंचायत दुधली के सरपंच मोहम्मद फिरोज तिगाला, विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे पूर्व सरपंच गंगाराम देशमुख, दानेश्वर देशमुख , मोहम्मद इशाक खान, उपसरपंच पावेंद्र देशमुख, रुद्रेस,हेमंत साहू रेवती धनकर, कमलेश्वरी पंच सहित हायर सेकेंडरी स्कूल दुधली के प्राचार्य दुर्गेश नंदिनी यादव, शरद कुमार, समीर गुप्ता व अन्य मौजूद रहे.
आर्ट ऑफ लिविंग के धीरज शर्मा (विशिष्ट शिक्षक एवं जिला समन्वयक बालोद) ने बताया कि ऑनलाइन कंप्यूटर क्लास से गांव, गांव में एक नई क्रांति ला सकें, कई गांव में नेटवर्क व पालको के पास मोबाइल की सुविधा भी नहीं होती, जिससे कई बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई भी नहीं कर पाते और पूरे छत्तीसगढ़ में 30 गावों में पहला सिस्टम ग्राम दूधली में लगा है, जिसका पूरा श्रेय दुधली के प्राचार्य दुर्गेश नंदिनी यादव एवं ग्राम पंचायत दुधली के युवा सरपंच मोहम्मद फिरोज तिगाला का सहयोग रहा आज के युग में पूरा जीवन कंप्यूटर के बिना अधूरा है हर क्षेत्र में कंप्यूटर की मांग है इससे सभी वर्ग के बच्चों को पूरा लाभ मिलेगा पहली से लेकर 12वीं तक के बच्चों को ऑनलाइन कंप्यूटर क्लास की सुविधा दी जा रही है