कलेक्टर ने बैठक में अफसरों से कहा – स्कूलों में करें मध्यान्ह भोजन का निरीक्षण,मीनू का हो पालन, स्वयं भी करेंगे आकस्मिक दौरा
बालोद- कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने कहा कि जिला स्तरीय अधिकारी मैदानी क्षेत्र के भ्रमण के अवसर पर प्राथमिक व माध्यमिक शालाओं में छात्र-छात्राओं को दिए जाने वाले मध्यान्ह भोजन का निरीक्षण करें। मध्यान्ह भोजन गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए। श्री महोबे आज संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समय सीमा की बैठक में निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मध्यान्ह भोजन में मीनू का अक्षरशः पालन हो। छात्र-छात्राओं को मीनू के अनुसार मध्यान्ह भोजन मिले। कलेक्टर ने कहा कि वे स्वयं आकस्मिक रूप से स्कूलों में मध्यान्ह भोजन का निरीक्षण कर गुणवत्ता परखेंगे। उन्होंने कहा कि अंागनबाड़ी केन्द्रों में हितग्राहियों को नियमित गरम भोजन उपलब्ध हो।
कलेक्टर ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत प्राप्त प्रकरणों के निराकरण की जानकारी ली और शतप्रतिशत प्रकरणों का निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोबर खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट निर्माण तथा विक्रय की जानकारी ली और वर्मी कम्पोस्ट के विक्रय में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने जल जीवन मिशन के कार्यो में प्रगति, राजीव गांधी किसान न्याय योजना का क्रियान्वयन, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की प्रगति, कोविड-19 टीकाकरण, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर अमल आदि की प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए।
कलेक्टर ने मुख्यमंत्री निवास, राज्य सचिवालय, पीजीएन, कमिश्नर कार्यालय आदि से प्राप्त प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा विभागवार की और शेष प्रकरणों का निराकरण समय सीमा में करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रेणुका श्रीवास्तव, एस.डी.एम. बालोद श्री आर.एस.ठाकुर, एस.डी.एम. गुण्डरदेही श्री भूपेन्द्र अग्रवाल, एस.डी.एम. डौण्डीलोहारा श्रीमती प्रेमलता चंदेल, एस.डी.एम. गुरूर श्री अमित श्रीवास्तव, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सिल्ली थामस, श्री अभिषेक दीवान, श्री सुब्रत प्रधान सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी आदि मौजूद थे।