वनांचल ग्राम बनगांव में डिजिटल अरेस्ट एवं साइबर अपराध पर चलाया गया जागरूकता अभियान

बालोद/डौंडी। डौंडी ब्लॉक के वनांचल ग्राम बनगांव में हर वर्ष नया साल खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष बनगांव में वृद्ध माताओं के साथ मनाया गया। वृद्ध माताओं के द्वारा केक काटा गया। साथ ही सभी महिलाओं के द्वारा उत्सवमंगल का गीत गाया गया । सभी महिलाओं, बच्चों का केक से मुंह मीठा किया गया। शिक्षिका मोना रावत के द्वारा वृद्ध महिलाओं को फल, बिस्किट और ब्रेड का वितरण किया गया और साथ ही शिक्षिका ने सभी बड़ो से आशीर्वाद लिये। शिक्षिका मोना रावत ने माताओं को साइबर अपराध एवं डिजिटल अरेस्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दिया कि कैसे आज कल महिलाएं साइबर अपराध के शिकार हो रही है। शिक्षिका ने बताया कि साइबर अपराध एक ख़तरनाक हमला है, जिसका सामना कोई भी कम्पनी या व्यक्ति कर सकता है। ऐसे कई मामले हैं, जहाँ साइबर हमले ने डेटा हैक के कारण कम्पनी और व्यक्तिओं को भारी नुकसान पहुंचाया है। साथ ही साइबर हमले से सुरक्षित रहने के लिए क्या -क्या ध्यान रखना है उस पर जानकारी दिया गया। जैसे सोशल मिडिया पर किसी भी ऑनलाइन दोस्तों पर भरोसा, फोटो, वोडियो सार्वजानिक रूप से साझा न करें। अनाम गतिविधियाँ आपके साथ हो रही है, तो शिकायत करने में देरी न करें क्योँकि यह आपकी गलती नहीं है। इसी प्रकार से शिक्षिका ने डिजिटल अरेस्ट के बारे में बताया कि डिजिटल अरेस्ट, साइबर धोखाधड़ी का एक तरीका है, इसमें धोखेबाज क़ानून प्रवर्तन अधिकारी बनकर लोगों को फोन, टेस्ट मैसेज या ईमेल के जरिये धमकाते है, वे दावा करते है, कि किसी ऑनलाइन अपराध में आपकी गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है, या आपकी जाँच चल रही है। इसके बाद वे आपको डिजिटल रूप से बंधक बना लेते है, और पैसे कि मांग करते है। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए आंगनबाडी कार्यकर्त्ता सविता टेकाम का विशेष योगदान रहा।

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