सरस्वती शिशु मंदिर बालोद में प्रवेश प्रारंभ, जानिए क्या-क्या मिलती है वहां सुविधाए, अपने बच्चों को बनाइए शिक्षा दीक्षा में निपुण
बालोद। बालोद जिला मुख्यालय में गंजपारा में अग्रवाल स्टेडियम के सामने संचालित सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय में इस सत्र के लिए प्रवेश प्रारंभ हो चुका है। यह विद्यालय बच्चों के संपूर्ण शिक्षा दीक्षा के लिए उपयुक्त स्थान है।
जहां पर कई तरह की विशेष सुविधाएं प्राप्त होती है। इस संबंध में वहां के व्यवस्थापक लीलाधर साहु ने हमें विद्यालय के संबंध में विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि 15 अप्रैल से प्रवेश जारी है। बालदेवो भवः को चरितार्थ करते हुए सभी आयु वर्ग के बच्चों के सर्वांगीण विकास की व्यवस्था यहां है। जहां सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान ही नहीं बल्कि सभी तरह के ज्ञान, खेल और संस्कारों को सिखाया जाता है। कई तरह की गतिविधियां होती है जो बच्चों के लिए मनोरंजक और ज्ञानवर्धक होती है। इसलिए पालकों से अपील करते हैं कि अपने बच्चों की सर्वोत्तम शिक्षा-दीक्षा के लिए बालोद नगर का श्रेष्ठ हिन्दी माध्यम निजी विद्यालय सरस्वती शिशु मंदिर को चुनिए। जो कि विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान, नई दिल्ली एवं सरस्वती शिक्षा संस्थान, रायपुर से संबद्ध और
गंगा मैय्या बाल कल्याण समिति, बालोद द्वारा संचालित (पंजीयन क्र.2507) है। सरस्वती शिशु मंदिर उच्च, माध्य. विद्यालय, बालोद कक्षा अरुण एवं उदय (पूर्व प्राथमिक) से द्वादशी तक हिन्दी माध्यम में संचालित है। जहां तीनों गणित संकाय, विज्ञान संकाय, कृषि संकाय में पढ़ाई होती है।
ये है विद्यालय की विशेषताए
विश्व के सबसे बड़े अशासकीय शिक्षण संस्थान से संबद्धता।
संस्कारक्षम वातावरण न्यूनतम शुल्क व्यवस्था।
आचार्यों का नियमित उन्मुखीकरण प्रशिक्षण।
विद्यालयारंभ में संगीतमय प्रार्थनाओं भरा आध्यात्मिक वातारण निर्माण ।
प्रतिमाह मासिक सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन ।
संस्थान द्वारा पृथक से शैक्षिक, बौद्धिक, शारीरिक व सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन।
शासन द्वारा प्रदत्त सभी प्रकार की छात्रवृत्तियां व निःशुल्क पाठयपुस्तकों का लाभ। एन.एस.एस., स्काउटिंग-गाइडिंग, रेडक्रास दलों का संचालन ।
आचार्यों द्वारा सतत् अभिभावक संपर्क एवं विद्यार्थी के शैक्षिक विकास पर चर्चा।
कम्प्यूटर-शिक्षा
शिशु वाटिका में खेलयुक्त शिक्षा-सुविधा।
संगीत एवं योगशिक्षा प्राचीन वैदिक गणित-पद्धति का ज्ञान।
ये हैं संस्थान के उद्देश्य :
बालक का शैक्षिक, चारित्रिक, नैतिक,शारीरिक सहित सर्वांगीण विकास।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा चरित्र-निर्माण।
आध्यात्मिक एवं राष्ट्रीय चेतना का विकास
संस्कार एवं संस्कृति की शिक्षा।
राष्ट्रवाद में ओत-प्रोत भावी पीढ़ी का निर्माण।
इस तरह के संसाधन से शिक्षा को बनाते हैं आसान और रोचक
सर्व सुविधायुक्त एवं सुसज्जित स्वयं का भवन।
प्रशिक्षित योग्य एवं अनुभवी आचार्य।
पुस्तकालय, विस्तृत खेल मैदान, पृथक-पृथक विज्ञान प्रयोगशालाएं, सांस्कृतिक गतिविधि,शारीरिक शिक्षा,कम्प्यूटर कक्षा,स्मार्ट क्लास,शिशु वाटिका,संगीतमय प्रार्थना,व्यायाम ।
प्रवेश और अधिक जानकारी के किए इनसे संपर्क करें:
9407937466 (विद्यालय), 8982020966 (व्यवस्थापक), 9425554511 (कोषाध्यक्ष) Email-ssm.balod@gmail.com