स्कूली बच्चों को नशे की गोली के गिरफ्त से बचाने नजर रखेंगे मध्यान्ह भोजन की महिला समूह, दिया गया प्रशिक्षण

बालोद। बालोद शिक्षा विभाग और ड्रग्स विभाग के संयुक्त तत्वाधान में स्कूलों में मध्यान्ह भोजन संचालन करने वाली स्व सहायता समूह को नशे की निगरानी के लिए प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में ड्रग इंस्पेक्टर दीपिका चुरेंद्र और भास्कर सिंह राठौर ने बतलाया कि आजकल स्कूली बच्चों में नशे की शिकायत आ रही है। खासतौर से नशे की गोलियां बाजार में बिक रही है। जिसकी गिरफ्त में छोटे-छोटे बच्चे आ रहे हैं। ऐसे में स्कूल से जुड़े हुए प्रत्येक जिम्मेदार लोगों की जिम्मेदारी है कि वह बच्चों के हाव-भाव पर नजर रखें। स्कूल में अगर किसी तरह से कोई बच्चा संदिग्ध लगता है या आसपास कोई संदिग्ध नजर आता है तो इसकी सूचना जरूर दें। आमतौर पर स्कूल के आसपास होने वाले दुकानों में भी इस तरह के नशे की गोली बिकने की शिकायत प्राप्त होती रही है। जिसे देखते हुए ड्रग विभाग और स्कूल शिक्षा विभाग ने एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। स्कूली बच्चों को नशे से निजात दिलाने के लिए पहल की जा रही है। मध्यान्ह भोजन प्रभारी रजनी शर्मा ने स्व सहायता समूह की महिलाओं से कहा सभी इस दिशा में गंभीरता से जागरूक रहिए। कोई भी बच्चा नशे की गिरफ्त में नजर आता है या किसी का व्यवहार बदला हुआ लगता है तो इसकी सूचना तत्काल दें। नशा नाश की जड़ है यह बात बच्चों के पालकों को भी बताए। प्रशिक्षण में बीईओ बसंत बाघ,मध्यान्ह मध्यान भोजन प्रभारी रजनी शर्मा सहित स्व सहायता समूह के पदाधिकारी मौजूद रहे।