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EXCLUSIVE- गर्मी में भी किसानों का धान समर्थन मूल्य में खरीदने की तैयारी कर रही भूपेश सरकार लेकिन अगर केंद्र सरकार दे दे इस काम की अनुमति?पढ़िए ग्राम सिर्री पहुंचे मुख्यमंत्री ने क्या-क्या कही बातें,आने वाले सालों में किन-किन कार्यों की मिलेगी सौगातें,,,

बालोद/ गुंडरदेही। रविवार को गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम सिर्री में मनवा कुर्मी समाज के वार्षिक अधिवेशन में पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसान हित को लेकर कई बातें कहीं। उन्होंने कहा कि हम किसानों का धान गर्मी में भी खरीद सकते हैं। लेकिन हमारी भी कुछ अड़चनें हैं। अगर केंद्र सरकार हमें धान से एथेनाल बनाने की अनुमति दे देती है तो गर्मी में भी धान खरीदना संभव हो सकता है। इसके लिए हम लगातार पेट्रोलियम मंत्री से चर्चा कर रहे हैं। वे एक माह में इस पर फैसला सुनाने की बात कर चुके हैं। लेकिन माह बीत गया है, फैसला नहीं हो पाया है। हम इसके लिए प्रयासरत हैं।उन्होंने लोगों को खासतौर से किसानों को अपील किया कि आप भागवत सुनने जाते हैं तो गौ माता की जय बुलाते हैं, लेकिन उसी गौ माता के चारे को आप धान कटाई के बाद खेतों में आग लगा देते हैं। यह बहुत ही गलत बात है। उन्होंने बार-बार लोगों से निवेदन किया कि पैरा को आग ना लगाएं। अगर आपके पास पैरा की जरूरत नहीं है तो उसे गौठान में दान कर दें। अपने घर के मवेशियों को खिलाएं क्योंकि उसी चारा को खाएंगे तभी तो आपको दूध और गोबर देंगे और छत्तीसगढ़ पूरी दुनिया व देश में पहला राज्य है जहां ₹2 प्रति किलो गोबर खरीदा जाता है। गौमाता के चारे को आग बिल्कुल ना लगाएं बल्कि उसे घर पर रखे। जरूरत नहीं है तो उसे उसकी खाद बनाए उसे खेतों में डालें। लेकिन आग बिल्कुल भी ना लगाएं। उन्होंने धान खरीदी व्यवस्था को लेकर कहा कि कोरोना काल के चलते जूट मिल बंद रही इसलिए बारदाना नहीं आ पाया था और इसी वजह से ही हम इस बार 1 दिसंबर को धान खरीदी शुरू कर पाए। पहले से खरीदी शुरू ना कर पाने की वजह बारदाने का ही अभाव था ।लेकिन वर्तमान में पर्याप्त बारदाना का इंतजाम कर दिया गया है। राइस मिलर से, पीडीएस से बारदाना लिया गया है। तो वही अन्य तरीकों से भी बारदाना हासिल किया गया है। केंद्र सरकार से भी बारदाना आया है लेकिन जितनी मांग की गई थी उतना वहां से भी नहीं आ पाया है।

जब किसी किसान ने कहा टोकन तो बढ़वा दो तो क्या बोले सीएम

जब सीएम भाषण दे रहे थे इस दौरान भीड़ में से किसी किसान ने कहा कि टोकन तो बढ़वा दो, तो सीएम ने कहा बढ़वा देंगे, अभी तीन चार टोकन है उसे चार से पांच करवा देंगे। उसकी चिंता मत करो। किसी किसान ने कहा कि मुझे चावल तक नहीं मिल रहा है ।राशन कार्ड नहीं बना है। तो सीएम ने कहा यहीं पर कलेक्टर और खाद्य अधिकारी मौजूद है, उन्हें आवेदन दे दो तुम्हारा काम करवा देता हूं।

आज देश के किसान क्यों कर रहे हैं आंदोलन सीएम ने बताई ये वजह
सीएम ने भाषण के दौरान देश के अलग-अलग राज्यों में आंदोलन कर रहे किसानों के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने इसकी मूल वजह कहा कि किसानों को उनकी उपज का सही दाम नहीं मिल पा रहा है। कई राज्यों में तो समर्थन मूल्य पर अनाजों की खरीदी तक नहीं होती है। छत्तीसगढ़ में तो इसकी सुविधा है लेकिन दूसरे राज्यों में नहीं है। जिसके चलते वहां के किसान आंदोलन कर रहे हैं। इस पर केंद्र सरकार को जल्द ही किसानों के हित में फैसला लेना चाहिए।

राजनीति समाज की दशा दिशा तय करती है

सीएम ने भाषण के दौरान एक बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि बिना राजनीति के यहां कुछ नहीं हो सकता। राजनीति ही समाज की दशा दिशा तय करती है। जन्म से मृत्यु तक के सफर में हर जगह राजनीति की दखल है। सरकार अगर नहीं चाहेगी तो स्कूल नहीं खुलेंगे, अस्पताल नहीं खुलेंगे, इससे हमारे जनजीवन भी प्रभावित होता है। यानी साफ जाहिर है राजनीति बिना यहां कुछ नहीं हो सकता। इसी बात को ध्यान में रखकर हमारे समाज के बुजुर्गों ने राजनीतिक क्षेत्र में भी अपना कदम बढ़ाया था और धीरे-धीरे समाज को आगे बढ़ाया।

18 साल बाद लग रहा छत्तीसगढ़िया राज्य बना है

छत्तीसगढ़ राज्य तो बन चुका था लेकिन छत्तीसगढ़िया राज्य नहीं लग रहा था। 18 साल बाद जब से हमारी सरकार आई है छत्तीसगढ़िया राज्य लगता है। तीजा हरेली की छुट्टी हमने दी।शहर के लोग कहते थे यह हरेली क्या होता है?लेकिन जब हम सीएम निवास से गेड़ी चढ़कर निकले तो शहरवासी देखते रह गए। हमने आत्मसम्मान जगाने का काम किया है। अर्थव्यवस्था भी सुधरी है।

अगले साल हर ब्लाक में खुलेंगे अंग्रेजी माध्यम के स्कूल

सीएम ने मंच के माध्यम से यह भी घोषणा की कि आज अंग्रेजी का भी अपना महत्व है। उच्च शिक्षा में अंग्रेजी बहुत मायने रखती है। हम भी चाहते हैं कि हमारे बच्चे आगे बढ़े। इसी उद्देश्य के साथ हमने स्वामी आत्मानंद जी अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजना नाम देकर 53 हायर सेकेंडरी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू किया। आने वाले साल में हर ब्लाक में यह अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुलेगा। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान ग्राम पंचायत सिर्री द्वारा रखी गई मांग समुदायिक भवन की भी घोषणा की। नल जल योजना को लेकर कहा कि यह तो हर गांव में होना है। विधायक द्वारा सड़क पुल पुलिया की मांग को लेकर कहा गया कि छत्तीसगढ़ के हर जिले में सड़क पुल पुलिया बनानी है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और धान खरीदी बहुत जरूरी है ।इस पर लगातार काम करेंगे। मीडिया को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि सामाजिक बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। इसी के तहत हम यहां आए थे और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग समाज को कैसे आगे बढ़ाना है इस पर चर्चा हो रही है। उन्होंने धान खरीदी में रकबा त्रुटि को लेकर कहा कि जिनकी भी शिकायत है वह सुधरवा सकते हैं।इसके लिए उन्होंने आदेश भी जारी कर दिया है ।तो उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर छत्तीसगढ़ बंद को लेकर पार्टी द्वारा समर्थन करने की बात भी कही।

इन दो विधायकों ने भी किया संबोधित, कही यह बात


सभा को संसदीय सचिव व गुंडरदेही के विधायक कुंवर सिंह निषाद ने भी संबोधित किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा व राजगीत अरपा पैरी के धार का महत्व बताया । कहा कि हम 2 साल से देख रहे हैं कि कैसे छत्तीसगढ़ की संस्कृति में नया उछाल आया है। लोगों को संस्कृति से जोड़ने का काम इस छत्तीसगढ़िया सरकार ने किया है।

तो वही बालोद की विधायक संगीता सिन्हा ने भी कहा कि समाज से समाज का बेटा आज सीएम है, यह हम सब के लिए गर्व की बात है। आज हम छत्तीसगढ़ में देखते हैं तो लोगों का अपनी संस्कृति से जुड़ाव बढ़ा है। मिट्टी की सुगंध यहां महसूस करते हैं। पहले ऐसा नहीं लगता था। कार्यक्रम के दौरान सीएम सहित अन्य अतिथियों ने मनवा कुर्मी समाज के एक पुस्तिका का विमोचन भी किया।

By dailybalodnewseditor

2007 से पत्रकारिता में कार्यरत,,,,,कुछ नया करने का जुनून, कॉपी पेस्ट से दूर,,,

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