जिले में कक्षा पहली से पाॅचवी तक के बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी

समय-सीमा में कार्य के सम्पादन हेतु लगातार शिविर आयोजित कर रहे हैं राजस्व एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी

बालोद ।राज्य शासन के निर्देशानुसार स्कूली विद्यार्थियों को उनके अध्ययन काल में ही जाति प्रमाण पत्र बनाकर उन्हें प्रदान करने का कार्य बालोद जिला प्रशासन द्वारा पूरी मुस्तैदी के साथ किया जा रहा है।

इसी क्रम में कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा के निर्देशानुसार जिले में कक्षा पहली से पाॅचवीं तक के स्कूली बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। कलेक्टर श्री शर्मा के निर्देशानुसार इस कार्य को समय-सीमा में पूरा करने हेतु जिले के सभी राजस्व अनुविभागों में एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी,

कर्मचारियों के द्वारा निर्धारित स्थानों में शिविर लगाकर बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाया जा रहा है।

कलेक्टर श्री शर्मा प्रत्येक साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में इसकी निरंतर समीक्षा कर रहे हैं। कलेक्टर के निर्देशानुसार जिला प्रशासन के आला अधिकारी एवं सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारी इस कार्य की सतत् माॅनीटरिंग भी कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि प्राथमिक शालाओं में आयोजित की जाने वाली इन शिविरों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र बनाया जा रहा है।
इसके अंतर्गत बालोद तहसील में कलस्टर बनाकर 12 जनवरी से संकूलवार रोस्टर बनाकर चयनित शालाओं में लगातार शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। तहसीलदार श्री परमेश्वर मंडावी ने बताया कि बालोद जिले में अब तक कुल 08 शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि अब तक शासकीय प्राथमिक शाला पाररास, नेवारीकला, सांकरा ज., डेंगरापार, सुंदरा, जमरूवा, जगतरा एवं पाकुरभाट में शिविर आयोजित कर जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु शिविर आयोजित किया गया। उन्होने बताया कि बालोद तहसील में पहले चरण में कुल 1001 बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसी तरह गुरूर तहसील में 14 जनवरी से कक्षा पहली से पाॅचवी तक के बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु लगातार शिविर आयोजित किया जा रहा है। तहसीलदार गुरूर ने बताया कि गुरूर तहसील में पहले चरण में कुल 24 प्राथमिक शालाओं में शिविर आयोजित किया जाएगा। जिले में अब तक कुल 13 स्कूलों में शिविर आयोजित किया जा चुका है। इसी तरह जिले के अन्य तहसीलों में भी रोस्टर निर्धारित कर कक्षा पहली से पाॅचवी तक के बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु स्कूलों में लगातार शिविर लगाए जा रहे हैं। इन शिविरों में पटवारी, शिक्षक के अलावा राजस्व व शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहकर कार्य का सफलतापूर्वक संपादन कर रहे हैं।

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