समीक्षा बैठक में कलेक्टर शिक्षा विभाग के अफसरों पर हुए सख्त,
लापरवाह शिक्षकों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के दिए निर्देश
बालोद। कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने कहा कि मनुष्य के प्रगति का द्वार शिक्षा से ही प्रारंभ होता है, इसलिए शिक्षा जैसे अति महत्वपूर्ण कार्य में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी, कर्मचारियों को जिले में शिक्षा गुणवत्ता में सुधार सुनिश्चित करने हेतु सभी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। श्री शर्मा आज संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में उपस्थित अधिकारियों को उक्ताशय के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपने कार्य में अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने वाले तथा विलंब से स्कूल पहुॅचने वाले एवं शराब आदि के सेवन कर स्कूल आने वाले गैरजिम्मेदार शिक्षकों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। बैठक में डिप्टी कलेक्टर श्री अमित श्रीवास्तव, जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल, जिला मिशन समन्वयक के अलावा जिले के सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने स्कूलों में शिक्षकों की समय पर नियमित उपस्थिति सुनिश्चित कराने हेतु सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों एवं विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयकों को व्हाट्सएप्प गु्रप बनाकर संकुल स्त्रोत समन्वयकों को जोड़कर प्रत्येक स्कूलों के शिक्षकों की उपस्थिति की जियो टैगिंग कराने के निर्देश दिए हैं। श्री शर्मा ने स्कूलांे में शिक्षकों की कमी की समस्या की भरपाई के लिए इच्छुक सेवानिवृत्त शिक्षकों की सेवा लेने के भी निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने शिक्षा विभाग के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यों की विस्तृत समीक्षा करते हुए सभी निर्माण कार्यों को निर्धारित समयावधि में गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा कराने के निर्देश दिए। श्री शर्मा ने सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों को शालेय समस्याओं के निराकरण हेतु गाॅव में जाकर शाला प्रबंधन समिति के पदाधिकारी से बातचीत कर समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में उन्होंने मध्यान्ह भोजन की भी समीक्षा की। उन्होंने निर्धारित मेन्यू अनुसार बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन प्रदान करने को कहा। इसके साथ ही मध्यान्ह भोजन हेतु सामग्री का क्रय सी-मार्ट से खरीदने के निर्देश भी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने विद्यार्थियों की गणवेश वितरण, शालाओं की समुचित रखरखाव एवं रंगरोगन के कार्य आदि की भी समीक्षा की। महतारी दुलार योजना के क्रियान्वयन की जानकारी लेते हुए विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों को प्रत्येक 03 माह में महतारी दुलार योजना से लाभान्वित बच्चों से मुलाकात कर उनका हालचाल पूछने तथा उनके समस्या का निराकरण के निर्देश भी दिए।