सिर्फ प्रसव केस ही नहीं और भी कई काम आ रही महतारी एक्सप्रेस
गर्भवती माताओं व महिलाओं के लिए बनी वरदान
बालोद। मातृत्व एवं शिशु सुरक्षा के उद्देश्य से शुरू की गई महतारी एक्सप्रेस 102 की सुविधा सभी वर्ग के गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। यह सिर्फ गर्भवती महिलाओं की नहीं बल्कि सभी महिलाओं को किसी भी परिस्थिति में अस्पताल में भर्ती कराने के बाद उन्हें स्वस्थ होने पर घर छोड़ने का काम भी ये महतारी एक्सप्रेस करती है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मातृत्व एवं शिशु सुरक्षा की जिम्मेदारी जीवीके इमरजेंसी मैनेजमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट को दी गई है। जिसके अंतर्गत बालोद जिला में कुल 11 एंबुलेंस का संचालन हो रहा है बीते कोविड काल में भी गर्भवती महिलाओं को घर से अस्पताल एवं अस्पताल से घर लाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका महतारी एक्सप्रेस ने निभाई है। 102 जिला प्रभारी एवं सह प्रभारी विकास कौशिक ने बताया कि बालोद जिले की एंबुलेंस प्रतिमाह 2000 से 2200 गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को सुविधा प्रदान कर रही है। जिसमें 0 से 1 वर्ष तक के बच्चों को घर से अस्पताल, गर्भवती महिलाओं को चेकअप व डिलीवरी के लिए, घर से अस्पताल फिर अस्पताल से घर छोड़ने का कार्य,महिलाओं की नसबंदी के बाद घर तक छोड़ने का काम पुनः जारी है। रिकॉर्ड के अनुसार बीते अप्रैल 2022 से जून 2022 तक 3193 गर्भवती को सुविधा दी गई। 1560 बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को अस्पताल से घर छोड़ने का काम हुआ। 248 रेफर केस भी ले जाए गए। तो 455 के बच्चों को घर से अस्पताल लाया गया है। महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारी पूरी ईमानदारी के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन कर रहे हैं। कई बार घर से अस्पताल लाते हुए एंबुलेंस में भी प्रसव कराया गया है। यह सुविधा पिछले 10 वर्षों से संचालित हो रही है। इस महत्वपूर्ण योजना से लोग खुश हैं। खास तौर से गरीब तबके के लोगों को इससे काफी राहत मिली है। एक समय होता था जब अगर महिलाओं को प्रसव पीड़ा होती थी तो उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाने के लिए प्राइवेट गाड़ी या एंबुलेंस का इंतजाम करना पड़ता था और वहीं अस्पताल से छुट्टी होने के बाद घर पहुंचाने के लिए भी गाड़ियां ढूंढनी पड़ती थी। अस्पताल में उस समय एक ही एंबुलेंस होती थी। अगर वह किसी इमरजेंसी केस में हो तो फिर स्वयं के साधन से प्रसव के बाद महिलाओं को घर ले जाना पड़ता था। इससे आर्थिक क्षति भी होती थी। पर महतारी एक्सप्रेस होने से निशुल्क सुविधा महिलाओं और लोगों को मिलने लगी है।