स्वास्थ्य विभाग में संलग्नीकरण का खेल बंद करवाने स्वास्थ्य एवं बहुद्देशीय कर्मचारी संघ ने सौंपा सीएमएचओ को ज्ञापन

विभागीय काम में मूल अस्पतालों में दिखने लगा असर, सरकार की हाट बाजार योजना हो रही प्रभावित

सीएमएचओ का कहना- जल्द करते हैं करवाई

बालोद। शासन द्वारा स्पष्ट आदेश है कि जो अधिकारी कर्मचारी अटैचमेंट यानी संलग्न होकर अपने मूल स्थानों को छोड़कर दूसरी जगह पर काम कर रहे हैं उन्हें मूल जगह भेजा जाए। लेकिन बालोद जिले के स्वास्थ्य विभाग में इसका पालन नहीं हो रहा है। इस संबंध में हमने पिछले दिनों प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी और यह बताया था कि कैसे कुछ मेडिकल ऑफिसर तक इस संलग्नीकरण का फायदा उठाते हुए अपना अस्पताल छोड़कर दूसरी जगह ड्यूटी दे रहे हैं। कुछ तो एक से ज्यादा कार्यक्रम के नोडल अधिकारी बनकर बैठे हैं तो वहीं स्वास्थ्य विभाग में हाट बाजार क्लिनिक योजना के तहत बाजारों में शिविर लगाने का काम चल रहा। जिसमें स्थानीय अस्पतालों में स्टाफ की कमी के चलते हाट बाजार योजना का क्रियान्वयन प्रभावित हो रहा है। जिसे देखते हुए स्वास्थ्य एवं बहुद्देश्यीय कर्मचारी संघ मोर्चा खोलते हुए इस संलग्नीकरण को स्वास्थ्य विभाग में समाप्त करने की मांग की है। सीएमएचओ को ज्ञापन सौंपते हुए वर्तमान की परेशानियों को बताते हुए इस पर त्वरित कार्रवाई करने कहा गया है। संघ के जिलाध्यक्ष घनश्याम पुरी ने सीएमएचओ एसके मंडल को बताया है कि कैसे हाट बाजार योजना में स्टाफ की कमी झेली जा रही है। संलग्नीकरण में कई अधिकारी कर्मचारी दूसरी जगहों पर भेज दिए गए हैं जिन्हें अब वापस बुलाने की जरूरत है। सरकार ने इसके लिए पहले से आदेश दे रखा है। अगर हाट बाजार में स्टाफ ड्यूटी करते हैं तो अस्पताल में स्टाफ नहीं रहते हैं। ऐसे में कब तक परेशानी झेलेंगे। संलग्न को समाप्त कर सभी को अपने मूल जगह पदस्थ करने की मांग की गई। फिलहाल सीएमएचओ ने संघ के आवेदन पर त्वरित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। अब देखने वाली बात होगी कि आखिर अब तक जो अधिकारी इस संलग्नीकरण को समाप्त करने से पीछे हट रहे थे अब इस दिशा में क्या कदम उठाते हैं?

बालोद जिले में संलग्निकारण का खेल बंद हो

स्वास्थ्य एवं बहुउद्देशीय कर्मचारी संघ की मांग यही है।
बालोद जिले में विभाग में वर्षों से संलग्निकरण का खेल चल रहा है, जिसका विरोध स्वास्थ्य एवं बहूद्देशीय कर्मचारी संघ के कार्यकारी प्रांत अध्यक्ष वी एस राव जिला अध्यक्ष घनश्याम पुरी ने किया। इस मुद्दे पर
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एस के मंडल से बैठकर बुधवार को तत्काल शासन के आदेश अनुसार चल रहे संलग्नीकरण किए गए जिले के समस्त चिकित्सा अधिकारीगण एवं कर्मचारियों को उनके मूल पद पर भेजने हेतु पत्र प्रेषित किया गया। क्योंकि कई वर्षों से विभिन्न जगहों पर संलग्न होकर कार्य करने के कारण मूल जगह का शासकीय कार्यों में उपलब्धि ना के बराबर हो रही है।

2 साल पहले मांग पर 52 कर्मचारी हुए थे वापस

2 वर्ष पूर्व संघ द्वारा मांग किए जाने पर 52 कर्मचारियों को संलगणीकरण से हटाकर मूल पद पर संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं रायपुर के आदेश अनुसार भेजा गया था ,उसके पश्चात फिर से संलगनिकरण हुआ ,अब तो यह हाल है कि कुछ ब्लाकों के खंड चिकित्सा अधिकारीगण भी संलगनिकरण करने लगे हैं। जिससे ब्लॉकों के विभाग के कार्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है । क्योंकि मूल पदों को छोड़कर दूसरे पदों का कार्य लिया जा रहा है। उसे भी तत्कालसमाप्त करने की संघ द्वारा मांग की गई।
संघ के जिला अध्यक्ष घनश्याम पुरी एवं अन्य पदाधिकारियों ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से बैठकर अवगत कराया कि मुख्यमंत्री के हाट बाजार जो प्रमुख कार्यक्रम में भी अधिकारी कर्मचारियों के संलग्नीकरण के कारण प्रभावित हो रहा है। इसलिए संघ आग्रह करता है कि संलग्न चिकित्सा अधिकारियों एवं कर्मचारियों को लिपिकों को उनके मूल पदस्थापना स्थल पर वापस भेजा जाए, जिससे हाट बाजार का कार्य सुचारू रूप से चल सके। शासकीय कार्य प्रभावित ना हो सके। शासन के आदेशों की छाया प्रति मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को प्रदाय की गई। जिस पर डॉ एसके मंडल ने तुरंत कार्यवाही करने का आश्वासन संघ के प्रतिनिधि मंडल को दिया है।
जिसके लिए संगठन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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