बालोद जिले के पैरी पंचायत को मिलेगा पंचायती राज दिवस पर राष्ट्रीय पुरस्कार, स्वच्छता सहित कई योजनाओं में बेहतर काम के लिए दिया जा रहा है यह पुरस्कार, बालोद जिले के लिए गौरव की बात

बालोद। जिले में एक बार फिर पंचायती राज के क्षेत्र में गौरव की बात यह है कि यहां के एक पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर से पुरस्कृत किया जाएगा। एक बार पुनः गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम पंचायत पैरी को यह राष्ट्रीय अवार्ड मिलेगा। जो कि 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस पर दिया जाएगा। पंचायती राज दिवस के पूर्व ही राष्ट्रीय पुरस्कार के नामित पंचायतों की सूची जारी की गई है। जिसमें बालोद जिले से भी एक पंचायत पैरी शामिल है। इसके पहले गुंडरदेही ब्लॉक के धनगांव को भी राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। अब पैरी पंचायत की इस उपलब्धि से जिले में हर्ष का माहौल है। पंचायत प्रतिनिधियों ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताई है। यह अवार्ड पैरी पंचायत को स्वच्छता सहित विभिन्न दिशा निर्देशों व योजनाओं के बेहतर के क्रियान्वयन के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिया जाता है। जिसमें कई योजनाओं में पैरी पंचायत खरा उतरा है। यहां के सरपंच रूपम देशमुख के नेतृत्व में चहुमुखी विकास इस पंचायत क्षेत्र में हो रहा है। इसका परिणाम है कि अब इसका नाम राष्ट्रीय स्तर पर भी जाना जाएगा। उक्त पंचायत को दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार (डी.डी.यू.पी.एस.पी.) मिलेगा। यह पुरस्कार सेवाओं और सार्वजनिक वस्तुओं के वितरण में सुधार के लिए प्रत्येक स्तर पर पंचायती राज संस्थानों द्वारा किए गए अच्छे कार्य की मान्यता के लिए सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली पंचायतों (जिला, मध्यवर्ती और ग्राम पंचायत) को दिया जाता है । ग्राम पंचायतों के लिए नौ विषयगत/ थीमैटिक श्रेणियों हैं स्वच्छता, नागरिक सेवाएं (पीने का पानी, स्ट्रीट लाइट, बुनियादी ढांचा), प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, दुर्बल वर्गों की सेवा (महिला, एस.सी / एस.टी, विकलांग, वरिष्ठ नागरिक), सामाजिक क्षेत्र का प्रदर्शन, आपदा प्रबंधन, समुदाय आधारित संगठन [कम्युनिटी बेस्ड आर्गेनाइज़ेशन (सी.बी.ओ)] /ग्राम पंचायतों का समर्थन करने के लिए स्वैच्छिक कार्रवाई करने वाले व्यक्तियों, राजस्व सृजन में नवाचार एवं ई-गवर्नेंस के लिए पुरस्कृत किया जाता है। ग्राम पंचायत पैरी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित होने पर पूरे बालोद जिला के लिए हर्ष का माहौल है। पूरे छत्तीसगढ़ में ऐसे 6 पंचायतों का चयन हुआ। जिसमे बालोद जिला के पैरी पंचायत को पुरस्कार प्राप्त होगा। इसके लिए ग्राम पंचायत के सरपंच रूपम देशमुख,सचिव सोनकुवर साहू,उपसरपंच भगवती प्रसाद साहू,एवम समस्त पंचो व कंप्यूटर ऑपरेटर एवम रोजगार सहायक का विशेष योगदान रहा।

छत्तीसगढ़ को इस बार भी 12 राष्ट्रीय पुरस्कार

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छतीसगढ़ में लगातार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के प्रयासों के फलस्वरूप इस बार राष्ट्रीय पंचायत दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ को 12 राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने जा रहे हैं. इसमें दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार के लिए जिला वर्ग में जहां जिला पंचायत कबीरधाम को चुना गया है, वहीं ब्लॉक वर्ग के लिए पाटन एवं सूरजपुर का चयन हुआ है. इसके अलावा ग्राम वर्ग एवं अन्य कैटेगरी में भी विभिन्न पंचायतों का चयन पुरस्कार के लिए हुआ है. राज्य की इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं.भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय की ओर से जारी पत्र के अनुसार राष्ट्रीय पंचायत दिवस के अवसर आगामी 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार का आयोजन किया जा रहा है. यह समारोह जम्मू-कश्मीर के सम्बा जिला के पल्ली में आयोजित होगा. समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगे. इस मौके पर देशभर के विभिन्न ग्राम पंचायत एवं ब्लॉक व जिला पंचायतों को उल्लेखनीय कार्य व उपलब्धियों के लिए पुरस्कृत किया जाएगा.

छग को इन वर्गों में भी मिलेगा पुरस्कार :

दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार के लिए जिला वर्ग में जिला पंचायत कबीरधाम के साथ ब्लॉक वर्ग के लिए पाटन एवं सूरजपुर का चयन हुआ है. ग्राम पंचायत वर्ग में धमतरी जिले के ग्राम छिपली व हर्दीभाटा, कोरिया जिले के चिरमी, बालोद जिले के पैरी, सूरजपुर जिले के बसदई एवं कबीरधाम जिले क केजेदाह को पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. चाइल्ड प्रेंडली ग्राम पंचायत अवार्ड कैटेगरी में रायपुर जिले के आरंग ब्लॉक के अंतर्गत बनचरौदा को पुरस्कृत किया जाएगा. ग्राम पंचायत डेवलेपमेंट प्लान अवार्ड कैटेगरी में दुर्ग जिले के जेवरा को सम्मानित किया जाएगा. नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम पुरस्कार के लिए रायपुर जिले के तिल्दा ब्लॉक अंतर्गत सरोरा को चुना गया है.

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