आत्म निर्भर हुई खर्रा के स्व सहायता समूह की महिलाएं, दोना पत्तल व आचार से बदली आर्थिक स्थिति, मिला सम्मान
बालोद। विगत दिनों गुंडरदेही विकासखंड के ग्राम खर्रा की महिला कमांडो स्व सहायता समूह की महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भिलाई में सर्व धर्म सेवा मंच के द्वारा सम्मानित किया गया। जहां डॉक्टर वशिष्ठ नारायण पार्षद व पूर्व पार्षद श्रीनिवासन राय द्वारा सेक्टर 1 में इस समूह की महिलाओं को अवार्ड दिया गया।
इस सम्मान तक पहुंचने का सफर भी आसान नहीं था। खर्रा की महिलाओं ने 2006 से मेहनत की है। इसका परिणाम अब जाकर सफलता के रूप में सामने आ रहा है। गुंडरदेही से 3 किलोमीटर दूर तांदुला नदी के किनारे बसा यह गांव, जहां लोग अधिकतर खेती-बाड़ी और सब्जी भाजी का व्यवसाय करते हैं। इस गांव में 2006 से महिला कमांडो का गठन कर रात्रिकालीन गश्त किया गया। शराबी जुआरी बदमाश लोगों को सीधे रास्ते पर लाने का बीड़ा यहां की महिलाओं ने उठाया और यह सब शांतिप्रिय और गांधीवादी तरीके से किया गया। उनके इस कार्य से पूरा गांव प्रभावित हुआ और उनका साथ देने लगे उनकी पूछ परख बढ़ने लगी। वर्ष 2018 में उन्होंने महिला कमांडो स्वयं सहायता समूह का गठन कर प्रतिमा ₹50 प्रति सदस्य जमा कर छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक गुंडरदेही में खाता खुलवाया।
समूह में कुल 12 महिला कमांडो सदस्य हैं। अध्यक्ष त्रिवेणी निषाद, सचिव उषा निषाद, कोषाध्यक्ष खोमिन निषाद व सदस्यगण कौशल्या, मीणा, खिलेश्वरी, बिंदुमती, लक्ष्मी चंद्रिका,चितरेखा, ब्रह्मा बाई व रेजा बाई हैं। छोटी-छोटी बचत कर के खाते में ₹25000 जमा किए गए। छोटी-छोटी जरूरतों के लिए समूह से जुड़ने दीपावली के दौरान गोबर के दीपक बनाकर बेंची। जिससे उन्हें लगभग ₹36000 का फायदा हुआ। अब 300 क्विंटल आम का आचार बना रही हैं। आम खरीदने में 7000 और मसाले, तेल व बर्तन में लगभग ₹5000 खर्च किए गए हैं। दीपक और आचार बनाने की प्रेरणा इन्हें पद्मश्री शमशाद बेगम व जनपद के अधिकारियों से मिली है।
कोरोना संक्रमण के चलते लगातार लॉक डाउन होने के कारण इनकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो चली थी। लेकिन स्वयं सहायता समूह के माध्यम से आज उन्हें अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का अवसर मिला। बैंक से उन्होंने दो बार लोन लिए। प्रथम बार ₹100000 और दूसरी बार ₹200000 लेकर दोना पत्तल बनाने का मशीन खरीद कर दोना पत्तल भी यह बना रही है । अभी 16000 दोना पत्तल बना चुकी है तथा शादी विवाह व सामाजिक कार्यों में 7000 का दोना पत्तल बेच चुके हैं। साथ ही अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए समूह को बचत राशि को भी आपस में लेनदेन करती हैं। जो राशि का 31000 है। इनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों को देखते हुए सर्व धर्म सेवा मंच द्वारा सम्मानित किया गया।