सौ दिवसीय पठन एवं गणितीय कौशल विकास अभियान के छठवें सप्ताह में धारिणी सोरी को “हमारे नायक” के रूप में मिला स्थान

बालोद। छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ई तुंहर दुआर योजनांतर्गत बच्चों के भाषा एवम गणितीय विकास हेतु चौदह सप्ताह का कार्ययोजना तैयार किया गया है। जिसमे प्रत्येक जिले,विकासखण्ड एवं संकुल स्तर पर पीएलसी ग्रुप बनाया गया है। जिसमें शिक्षको को पालकों की मदद से बच्चों तक गतिवधियां विभिन्न माध्यम जैसे व्हाट्सएप, दीवार लेखन पोस्टर के द्वारा पहुचाना है। सभी शिक्षक अपने स्कूलों में कार्ययोजना के अनुसार बच्चों के कौशल विकास हेतु गतिविधि तैयार कर राज्य के टेलीग्राम ग्रुप में साझा कर राज्य तक पहुचाते हैं। इसी क्रम में छठवें सप्ताह की गतिविधि निर्माण में बालोद जिले से शिक्षिका धारिणी सोरी शासकीय प्राथमिक शाला बर्रापारा, संजारी का चयन हुआ है। जिन्होंने छठवें सप्ताह की कार्ययोजना में बच्चों के साथ सीमित वर्णों से बनी कहानी का वाचन कर समझ विकसित करने ,बच्चों को मुस्कान पुस्तकालय से पसन्द की पुस्तक लेकर पढ़ने पर छोटा वीडियो बनाकर जिला पीएलसी ग्रुप में साझा किया गया। जिसके प्रथम स्तर में-आंगनवाड़ी से दूसरी कक्षा तक के बच्चे के लिए में सर्वश्रेष्ठ वीडियो के रूप में चयन हुआ।


इसके पूर्व में कोरोना काल के समय जब मुहल्ला क्लास संचालन किया जा रहा था। शिक्षकों के प्रयास से तीन अलग-अलग स्थानों में मुहल्ला क्लास का लगाया जा रहा था तब हमारे नायक के रूप में बर्रापारा से शिक्षा सारथी अर्चित दुबे का भी चयन हुआ था। पूर्व में भी विकासखण्ड स्तर पर उत्कृष्ठ शिक्षक के रूप में धारिणी सोरी को सम्मानित किया जा चुका है।
हमारे नायक के रूप में चयन होने पर जिला परियोजना समग्र शिक्षा जीएल खुरश्याम, जिला नोडल कादम्बिनी यादव ,संकुल समन्वयक मोहेंद्र साहू द्वारा शुभकामनाएं एवं बधाइयां दी।

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