शोक में भी नेक कदम- नाना के निधन पर पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने इस पोते ने कलार समाज को दान किया स्टील के 100 गिलास 100 थाली सहित अन्य सामान, अन्य समाज को भी जरूरत पड़ने पर दी जाएगी निशुल्क सुविधा
बालोद। ग्राम चीचा में पिछले दिनों बीएसपी से रिटायर्ड नकुल राम सिन्हा का निधन हो गया था। उनकी स्मृति में उनके पोते राजेश कुमार सिन्हा निवासी सिर्राभांठा ने चीचा के कलार सिन्हा समाज को 100 गिलास व 100 थाली सभी स्टील के सहित अन्य किचन से संबंधित सामान दान किया। यह दान उन्होंने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए किया। ताकि लोग प्लास्टिक की चीजों का इस्तेमाल बंद करें और पर्यावरण की सुरक्षा हो सके। दान करने वाले राजेश कुमार सिन्हा ने कहा कि अक्सर सार्वजनिक आयोजनों में आज भी कई लोग प्रतिबंध के बाद भी प्लास्टिक की चीजों का इस्तेमाल करते हैं। जिन्हें नष्ट नहीं किया जा सकता लोग उन चीजों को इस्तेमाल करके कचरे के ढेर की तरफ फेंक देते हैं। या तो वे कहीं कचरे के ढेर में पड़े रहते हैं या फिर लोग नालियों या तालाबों में फेंक देते हैं। जिससे पानी दूषित होता है तो नालियां भी जाम हो जाती है। ऐसे कई तरह के संकट इन प्लास्टिक व पॉलीथिन के कारण पर्यावरण के सामने आता है। इस बात को समझते हुए उन्होंने समाज को जागरुक करने व अपने नाना नकुल सिन्हा की स्मृति में यह कदम बढ़ाया। ताकि समाज आने वाले अपने आयोजन में प्लास्टिक के बजाय स्टील के बर्तन का इस्तेमाल करें। इसी सोच के साथ उन्होंने अपने समाज से शुरूआत करते हुए चीचा के कलार सिन्हा समाज को यह चीजें दान की।
अन्य समाज को भी की जाएगी मदद
राजेश कुमार सिन्हा ने कहा कि उन्होंने कलार समाज के पदाधिकारियों से निवेदन किया है कि इन चीजों का इस्तेमाल सिर्फ कलार समाज में ।नहीं बल्कि अन्य समाज को भी निशुल्क करने के लिए दिया जाए। जब कहीं किसी को किसी भी अवसर पर इन चीजों की जरूरत पड़ती है तो उन्हें निशुल्क यह चीजें दी जाए। उनसे किराया न ली जाए। ताकि लोग प्लास्टिक की चीजों को छोड़कर स्टील व अन्य पात्रों की ओर आकर्षित हो और पर्यावरण का संरक्षण हो सके।
समाज ने पहल को सराहा
राजेश सिन्हा द्वारा किए गए इस अनुकरणीय पहल को कलार समाज के पदाधिकारियों ने सराहा और इसे काफी प्रेरणा दायक बताया और उनके निवेदन को स्वीकार कर इस पहल को समाज सहित अन्य समाज में बढ़ाने की बात पदाधिकारियों ने कही। सिन्हा समाज के अंतर्गत अब कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम शोक, शादी या कोई भी समारोह होता है तो वहां पर अब प्लास्टिक की चीजों का इस्तेमाल न करके इनके द्वारा दान किए गए स्टील की थाली, स्टील के गिलास व अन्य चीजों का ही इस्तेमाल किया जाएगा। गरीब परिवारों को भी अवसर आने पर इसे निशुल्क इस्तेमाल के लिए दिया जाएगा।
गांव के विकास को लेकर रहते हैं तत्पर
ज्ञात हो कि अपने ग्राम सिर्राभांठा में भी समाज सेवक राजेश कुमार सिन्हा हमेशा विकास कार्यों को लेकर तत्पर रहते हैं। जब जहां कभी लोगों को फंड की जरूरत पड़ती है तो इनके पास आते हैं और वे दिल खोलकर दान करते हैं। यहां तक कि सरकारी संस्थानों में भी अगर फंड की कमी हो जाए तो वे इसकी पूर्ति कर देते हैं। गांव में सीसी रोड तक भी इन्होंने अपने खर्चे से बनवाए हैं। दानशीलता की मिसाल के रूप में राजेश कुमार सिन्हा अपने गांव में जाने जाते हैं और उनकी ख्याति सिर्फ सिर्राभांठा ही नहीं बल्कि बालोद जिले के कई गांव तक फैली हुई है।