राज्य स्तरीय वेबीनार में बालोद के शिक्षक ने शिक्षा मंत्री के सामने दिखाई अपनी कठपुतली कला

बालोद – स्कूल शिक्षा विभाग के ‘ पढ़ाई तुंहर दुआर , के द्वितीय वर्ष का प्रारंभ राज्य स्तरीय वेबीनार ‘ पढ़ाई तुंहर दुआर , दूसर साल के शुरुआत ‘ के राज्य स्तरीय ऑनलाइन वेबीनार के साथ आगाज किया गया । जिसका आयोजन स्कूल शिक्षा विभाग एवं समग्र शिक्षा अभियान रायपुर द्वारा किया गया। ऑनलाइन वेबिनार का उद्देश्य पढ़ई तुंहर दुआर के दूसरे साल के शुरुआत के लिए राज्य भर के शिक्षकों को अलग-अलग तरीके से पढ़ाई कार्य प्रारंभ करने हेतु प्रेरित करना था। इस कार्यक्रम में राज्य भर के सभी शिक्षक , सभी अधिकारी शामिल रहे । राज्य भर के अलग अलग जिलों से 23 शिक्षकों ने नवाचारी कार्यों से सभी को अवगत कराया।  इस कार्यक्रम में बालोद जिले के गुण्डरदेही ब्लॉक के शास प्रा शाला बघमरा के शिक्षक युगल देवांगन को भी अपने कठपुतली कला के बारे में अपने कार्यों को सभी से साझा करने का का अवसर मिला। विदित हो कि इस कार्यक्रम में राज्य के 23 शिक्षकों का चयन किया गया था जो कोरोना काल में अलग अलग तरीके से बच्चो को अध्यापन करा रहे ।  युगल देवांगन द्वारा कठपुतली प्रदर्शन से शिक्षण में होने वाले फायदे के बारे में बताया गया। उनका कहना है कि इस पद्धति से बच्चे बहुत ही मनोरंजन ढंग से किसी भी पाठ या कहानी पर स्थाई ज्ञान प्राप्त करने में सफल होते हैं। उनका कहना है कि इस वर्ष वे और भी बेहतर ढंग से इस पद्धति का इस्तेमाल कर बच्चो को पढ़ाएंगे। साथ ही राज्य के सभी शिक्षकों को ऑनलाइन व ऑफलाइन , मोहल्ला क्लास आदि के लिए प्रेरित भी किए।

शिक्षा मंत्री ने की सराहना
शिक्षा मंत्री ने इस कला के लिए शिक्षक की सराहना भी किया और बाकी शिक्षकों को भी नए नए तरीकों से अध्यापन करने की बात भी कही। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य भर के सभी जिलों के 36 शिक्षकों को जो इस कोरोना काल में बेहतर कार्य कर रहें उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा।  कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा विभाग के पूर्व शिक्षा सचिव डॉ आलोक शुक्ला , वर्तमान शिक्षा सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह , सहायक संचालक डॉ एम सुधीश , युगल देवांगन शिक्षक जिला बालोद, के साथ साथ राज्य भर के अधिकारी  एवं शिक्षक ऑनलाइन उपस्थित रहे।

बालोद की बड़ी खबर

You cannot copy content of this page