कोरोना संक्रमण होने के बाद भी नियमित ऑनलाइन क्लास लेते शिक्षक सुशील नारायण शर्मा
राजनांदगांव । कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में स्कूल अनिश्चितकाल के लिए बंद है। ऐसे विपरीत परिस्थितियों में बच्चो को सुरक्षित पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग पढ़ई तुंहर दुआर योजना ले कर आई है। इस योजना में बच्चो को ऑनलाइन क्लास के माध्यम से सुरक्षित अपने घरों में रहते हुए पढ़ाई से जोड़ना है। इसी कड़ी में राजनांदगांव ब्लॉक के हायर सेकंडरी स्कूल सुरगी में लेक्चरर के पद पर कार्यरत सुशील नारायण शर्मा ने तमाम चुनौती और कोरोना संक्रमण हो जाने के बाद भी नियमित ऑनलाइन क्लास लेना जारी रखा। इनके इसी प्रयास का नतीजा है कि उनके 453 ऑनलाइन वर्चुअल क्लास में करीब करीब 18000 बच्चे जुड़ कर लाभ प्राप्त कर चुके है।
सुशील नारायण शर्मा ने बताया कि उनके ऑनलाइन क्लास में पूरे छत्तीसगढ़ के अलग अलग जिले के बच्चे जुड़ते है। राजनांदगांव जिले में सबसे ज्यादा बच्चो को ऑनलाइन क्लास से जोड़ने के मामले में सुशील नारायण शर्मा का तीसरा स्थान है। इसी दौरान सुशील नारायण शर्मा को कोरोना संक्रमण हो गया और वे दिनांक 3 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक कोविड हॉस्पिटल में एडमिट रहे लेकिन इस दौरान भी वो नियमित ऑनलाइन क्लास लेते रहे। सुशील नारायण शर्मा जैसे कर्मठ शिक्षको के कारण ही छत्तीसगढ़ में कोरोना महामारी में भी नियमित पढ़ाई जारी रही है।
सुशील नारायण शर्मा के रिकॉर्ड 18000 बच्चो को ऑनलाइन क्लास के माध्यम से अपनी क्लास में जोड़ने पर जिला शिक्षा अधिकारी हेतराम सोम, डीएमसी भूपेश साहू, एपीसी सतीश ब्यौहरे, सुरगी के प्राचार्य धनीराम तारम, प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे व जिला अध्यक्ष विष्णु शर्मा, मोहला से फेडरेशन अध्यक्ष सुनील शर्मा, प्रेमलता शर्मा और मीडिया प्रभारी राजकुमार यादव, शेख अफ़ज़ल और साथी शिक्षको, शुभचिंतकों ने उन्हें बधाई देते हुए कामना किये है कि सुशील नारायण शर्मा ऐसे ही अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते रहेंगे। सुशील नारायण शर्मा जैसे शिक्षको के कारण राजनांदगांव जिले की पूरे छत्तीसगढ़ में एक अलग पहचान है।