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मुख्यमंत्री के सन्देश के साथ आमापानी में हुआ विद्यालय प्रवेश उत्सव एवं न्यौता भोज

विकासखंड स्त्रोत समन्वयक एवं संकुल समन्वयक ने किया बच्चों का अभिनन्दन

गुरुर। बचपन हमारी जिंदगी का वो सुनहरा अवसर होता है जहाँ हम अपनी निर्मल मन से खुले आकाश में उड़ने के सपने देखते हैं | उन्हीं सपनों में हमारे संग हमारे परिवार और मित्र संग पूरी कायनात भी सम्मिलित होते हैं | इस काल्पनिक दुनिया को हकीकत के धरातल में साकार करने का परिवार और समाज के बाद सबसे बड़ा मंच हमारा विद्यालय होता है | यहाँ आकर हम पक्षियों और परियों के पंख में उड़ने वाले खयालों को आसमान में उड़ते हवाई जहाज और रॉकेट के रूप में देखकर अपने उम्मीदों को दिशा देने में जुट जाते हैं | नवसृजन के इन्हीं परिकल्पनाओं को संजोये सत्र 2024-25 के प्रथम दिन शासकीय प्राथमिक विद्यालय आमापानी में विद्यालय प्रवेश उत्सव का आयोजन किया गया।

दूरस्थ वनक्षेत्र स्थित इस विद्यालय में अब शिक्षा की नई ज्योत जलानी है – बीआरसीसी गुरूर

शिक्षा सत्र के पहले दिन ही विकासखंड स्त्रोत समन्वयक चन्द्रभान सिंह निर्मलकर तथा संकुल समन्वयक दिलीप कुमार साहू का आगमन विद्यालय में हुआ | उन्होंने कार्यालय में शासन के निर्धारित निर्देशानुसार विद्यालय के आवश्यक पंजियों के संधारण, मध्यान्ह भोजन, गणवेश, निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, शिक्षक प्रशिक्षण, जल व्यवस्था, शौचालय, भवन रखरखाव, विद्युत एवं पंखे, बैठक व्यवस्था की जानकारी ली | तदुपरांत कक्षा 1 से 5 तक समस्त विद्यार्थियों के संग भेंट कर सहजात से बातचीत किए | कक्षा 5 की गरिमा पडौटी ने अपना परिचय हिंदी और अंग्रेजी में दिया | बीआरसीसी एवं सीएसी ने कक्षा 1 ली में नवप्रवेशी बालक चेरणराज सलाम एवं युवराज मंडावी सहित समस्त विद्यार्थियों को पुष्पगुच्छ भेंट कर तिलक लगाकर अभिनन्दन करते हुए निःशुल्क गणवेश एवं पाठ्यपुस्तक प्रदान किया | उन्होंने विद्यार्थियों, शिक्षकों, पालकों एवं ग्रामवासियों को बच्चों के बेहतर भविष्य निर्माण में पूरी ईमानदारी तथा समर्पण के साथ एकजुट होकर कार्य करने की प्रेरणा दी | निर्मलकर जी ने कहा कि दूरस्थ वनक्षेत्र स्थित इस विद्यालय में अब शिक्षा की नई ज्योत जलानी है | साथ ही विद्यालय के सर्वांगीण विकास हेतु आवश्यक संसाधन उपलब्द्ध कराने में मदद का भरोसा भी दिया | संकुल समन्वयक ने बच्चों को ऊँचे सपने देखने के लिए प्रेरित किया |

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 क्रियान्वयन में शासन के संग हम सबका समन्वित प्रयास – प्रधानपाठक भोजवानी

विद्यालय के प्रधानपाठक धनेश राम भोजवानी के सौजन्य से समस्त विद्यार्थियों एवं पालकों को न्यौता भोज के रूप में खीर पुड़ी परोसा गया | तत्पश्चात उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री .विष्णुदेव साय के सन्देश का वाचन करते हुए कहा कि हम अपने बच्चों का भविष्य बहुत ही खूबसुरती से संवारेंगे | राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत अब 5+3+3+4 के पैटर्न सहित समस्त लक्ष्यों को हम शासन के मार्गदर्शन में बालक-पालक-शिक्षक और समुदाय सभी समन्वित प्रयास से प्राप्त करेंगे | उन्होंने अब कक्षा पहली के बच्चों को एफएलएन के तहत आगामी 6 सप्ताह तक स्कुल रेडीनेस की जानकारी दी |

शिक्षा आत्मनिर्भर होने का मजबूत आधार है – शिक्षक ईश्वरी कुमार

सही मार्गदर्शन के संग उचित वातावरण प्रदान करने से वही बालक आगे चलकर एक जिम्मेदार आत्मनिर्भर नागरिक बनता है | उक्त विचारों के संग विद्यालय के सहायक शिक्षक ईश्वरी कुमार सिन्हा ने NEP2020 में रोजगारोन्मुखी शिक्षा की संक्षिप्त जानकारी उपस्थित विद्यार्थियों,पालकों एवं समुदाय को प्रदान की | इसके तहत विद्यालयों में खेल-खेल में विषयगत शिक्षण के साथ-साथ अब तकनीकी कंप्यूटर शिक्षा, हिंदी टाइपिंग, कोडिंग आदि की बहुपयोगी महत्ता पर उदाहरण सहित प्रस्तुति दिया |

बच्चों ने बनाए पत्तियों और फुलों से गुलदस्ते

हर बच्चे में जन्मजात प्रतिभा छुपी होती है | इसी का आज बेहतर उदाहरण विद्यालय के नन्हें-मुन्हे बच्चों गरिमा, हार्दिक, भावेश एवं दिव्या ने पेश किया | इन सबने शिक्षक के सहज निर्देश में अपने आसपास उपलब्ध पत्तियों और फूलों से छोटे-छोटे गुलदस्ते बनाकर अपने सृजनशील परिचय दिए | इस दौरान विद्यालय प्रबंध समिति अध्यक्ष इंद्रजीत नेताम, देवसिंग नेताम,बलदेव मरकाम, विजय मरकाम, गायत्री सलाम, द्रोपदी मंडावी, धनेश्वरी मरकाम, देवंतीन नेताम, जमीला कतलम, दुजबाई मंडावी, चन्द्रबती मरकाम, प्रभास आदि ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दी |

By dailybalodnewseditor

2007 से पत्रकारिता में कार्यरत,,,,,कुछ नया करने का जुनून, कॉपी पेस्ट से दूर,,,

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