शहीद दुर्वासा निषाद शासकीय महाविद्यालय अर्जुंदा में स्थानांतरण प्रमाण पत्र के लिए शुल्क के रूप मेंअवैध धन वसूली का आरोप
गुण्डरदेही/बालोद। स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) जारी करने के लिए महाविद्यालय में छात्रों से अवैध धन वसूली किए जाने की शिकायतें सामने आई हैं। छात्रों का आरोप है कि सहायक वर्ग तृतीय कर्मचारी महेश पाटिल व सेमत साहू द्वारा स्थानांतरण प्रमाण पत्र जारी करने के लिए अवैध रूप से पैसे वसूले जा रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ता माननीय श्री सूर्यकांत गजेंद्र व विश्वास गुप्ता द्वारा उक्त के संबंध में पूछे जाने पर महेश पाटिल ने सार्वजनिक रूप से प्राचार्य, पालकगण, अध्यापकगण, और जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष व सदस्यों के समक्ष यह स्वीकार किया है कि वह स्वयं के जेब खर्च के लिए शुल्क के रूप में यह धन वसूली करता है।
छात्रों ने जब इसकी शिकायत प्राचार्य रश्मी सिंह से की, तो उन्होंने इस कृत्य का समर्थन करते हुए कहा कि यदि छात्रों को जल्दी स्थानांतरण प्रमाण पत्र चाहिए तो उन्हें पैसा देना ही पड़ेगा, क्योंकि स्थानांतरण प्रमाण पत्र बनाने वाले कर्मचारी भी मेहनत करते हैं। इस बयान से स्पष्ट होता है कि महाविद्यालय में इस अवैध गतिविधि को संस्थान के उच्च पदाधिकारियों का भी समर्थन प्राप्त है।
महाविद्यालय में इस तरह की अवैध वसूली से छात्रों और उनके अभिभावकों में आक्रोश है। यह न केवल शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है, बल्कि छात्रों के अधिकारों का भी हनन है। जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं रोकी जा सकें।
छात्रों का यह भी कहना है कि अगर जल्द ही इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे उच्च अधिकारियों और शिक्षा विभाग के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे। छात्रों और अभिभावकों की यह मांग है कि महाविद्यालय में पारदर्शिता और न्याय की स्थापना होनी चाहिए, ताकि शिक्षा प्रणाली में इस तरह की अनैतिक गतिविधियों को जड़ से समाप्त किया जा सके।