प्लास्टिक से नाता तोड़ने के लिए इस महिला ने शुरू की थी छत्तीसगढ़ में बर्तन बैंक की अनूठी पहल, गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भारत में प्रथम कीर्तिमान स्थापित करने वाली पहली भारतीय महिला बनी श्रद्धा साहू
बालोद। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भारत में प्रथम कीर्तिमान स्थापित करने वाली पहली भारतीय महिला बालोद जिले की बेटी श्रद्धा साहू बनी है। जो अपने बर्तन बैंक के द्वारा स्वयं के स्टील गिलास से 126 कार्यक्रम में लोगों को प्लास्टिक मुक्त अभियान, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनुकरणीय कार्य करते हुए स्टील गिलास के माध्यम से पानी पिलाई गई। जो एक गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भारत में कीर्तिमान स्थापित करने वाले पहली महिला साहू समाज से बनी है। श्रद्धा साहू ने 2017 से पूरे छत्तीसगढ़ में स्टील बर्तन बैंक की स्थापना किया । जो छत्तीसगढ़ में प्लास्टिक मुक्त अभियान के अग्रणी कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते हैं। उसके माध्यम से हर ग्राम पंचायत में स्टील बर्तन बैंक की स्थापना किया जा रहा है। अब तक 126आयोजन कार्यक्रम में अपनी स्टील गिलास के माध्यम से प्लास्टिक मुक्त अभियान के तहत लोगों को पानी पिलाया है। श्रद्धा साहू बालोद जिला के बेटी है और अभी वर्तमान में दुर्ग जिला के उमरपोटी गांव के निवासी हैं और महिला एवं बाल विकास विभाग में बाल कल्याण समिति में सदस्य के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं । श्रद्धा साहू को इस नेक कार्य के लिए पति पुरेंद्र साहू एवं सास-ससुर का हमेशा भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ। जिससे वह सामाजिक सेवा के क्षेत्र में प्लास्टिक मुक्त अभियान की दिशा में अनुकरणीय कार्य कर रही है।
बर्तन बैंक की संचालक श्रीमती साहू ने बताया कि बर्तन बैंक 10 जुलाई 2017 से प्रारंभ किया गया है। अब तक 126 जगह आयोजन में भाग लेकर बर्तन बैंक भी खुलवाया जा चुका है।
अब तक 9 जिले में बर्तन बैंक की स्थापना की गई
श्रद्धा साहू ने बताया कि राजनांदगांव, धमतरी, बलौदा बाजार, दंतेवाड़ा, दुर्ग, बालोद, अंबिकापुर, रायगढ़, जांजगीर चांपा जिला में अब तक बर्तन बैंक की स्थापना हो चुकी है। जहां जहां बर्तन बैंक की स्थापना हो चुकी है, वहां से लोगों को विभिन्न आयोजनों में आसानी से स्टील गिलास, थाली व अन्य बर्तन उपलब्ध हो जाते हैं। श्रद्धा का कहना है कि हमारा मुख्य उद्देश है कि हम पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखने के लिए प्लास्टिक और डिस्पोजल के थाली, गिलास का उपयोग लोग न करें, इसके लिए पहल करना है।