BREAKING- कोरोना मरीज को एक्सपायरी ग्लूकोज चढ़ाने के मामले में नर्स की बर्खास्तगी के बाद उठ रहे और भी सवालों पर, अब बालोद कलेक्टर ने क्या जारी किया है आदेश? पढ़िए यह खबर
बालोद। 2 दिन पहले जिला कोविड-19 अस्पताल बालोद में सरेखा के एक मरीज को एक्सपायरी ग्लूकोज बोतल चढ़ा दिए जाने का मामला सामने आया था। इस पर कलेक्टर ने तत्कालीन में ही मामले की जांच के बाद रात्रि कालीन ड्यूटी में तैनात स्टाफ नर्स तारिणी साहू को बर्खास्त कर दिया था। लेकिन इसके बाद भी लोगों के बीच यही सवाल उठ रहा है कि आखिर इस मामले में सिर्फ नर्स पर ही कार्रवाई क्यों की गई। क्या इस एक्सपायरी ग्लूकोज बोतल की सप्लाई में व इसे मरीजों तक पहुंचाने में और किसी की लापरवाही नहीं है? इस तरह के कई सवाल उठ रहे हैं।
जिसे देखते हुए अब कलेक्टर ने एक नया आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश के मुताबिक कलेक्टर ने कहा है कि स्टाफ नर्स द्वारा कोरोना मरीज को एक्सपायरी ग्लूकोज चढ़ा दिए जाने की घटना के संबंध में सूक्ष्मता से जांच किया जाए। इसके लिए जांच अधिकारी एसडीएम बालोद को बनाया गया है। उन्हें कहा गया है कि पूरे मामले की सूक्ष्मता से विस्तृत जांच कर प्रतिवेदन 3 दिन के भीतर प्रस्तुत किया जाए। जो भी रिपोर्ट आती है और उस हिसाब से आगे जो भी इस मामले में दोषी पाए जाते हैं उनके खिलाफ भी कलेक्टर द्वारा कार्रवाई की बात कही जा रही है। अब यह देखने वाली बात होगी कि आखिर मामले में नया खुलासा क्या होता है। जांच में और क्या-क्या सामने आता है। बता दें कि कोरोना मरीज को एक्सपायरी ग्लूकोस चढ़ा कर किस तरह से लापरवाही बरती गई थी इसका वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था। मरीज के ही साथ मौजूद अन्य किसी मरीज ने वीडियो बनाकर वायरल किया था। जिसके बाद से स्वास्थ्य महकमा घेरे में आया हुआ था और मामला गंभीर होने के कारण कलेक्टर ने ड्यूटी में तैनात स्टाफ नर्स को बर्खास्त कर दिया था। अब सूक्ष्मता से जांच के आदेश के बाद तय है कि अन्य दोषियों पर भी जल्द ही कार्रवाई की गाज गिर सकती है।