सुप्रीत शर्मा/ कमलेश वाधवानी बालोद। छत्तीसगढ़ का एक युवक प्रमोद कुमार सिदार इन दिनों छत्तीसगढ़ के पूर्वांचल क्षेत्र रायगढ़ के लैलूंगा से साइकिल चलाते हुए बालोद तक आ पहुंचे हैं।
उनका सफर यहीं खत्म नहीं हो रहा है। बल्कि छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में भी जाएंगे। उद्देश्य लोगों को पर्यावरण बचाने का संदेश देना है। उनका मकसद है कि हम साइकिल चलाकर आसपास की दूरियों का सफर तय कर सकते हैं। जिससे हम इंधन की खपत रोक सकते हैं और पर्यावरण को भी नुकसान से बचा सकते। हमारा शरीर भी स्वस्थ रहेगा। ज्यादा से ज्यादा लोगों को साइकिल चलाने प्रेरित करते हैं। जब वे बालोद पहुंचे तो लोगों ने उनका स्वागत सम्मान किया और उनके इस प्रयास को काफी सराहा। रायगढ़ के लैलूंगा इलाके के प्रमोद कुमार सिदार ने पर्यावरण संरक्षण के लिए बड़ी शपथ ली है. वह 33 जिलों की यात्रा साइकिल से कर रहे हैं और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं. प्रमोद कुमार सिदार लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक कर रहे हैं और पेट्रोलियम पदार्थों से हो रहे नुकसान को लेकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं. प्रमोद का कहना है कि “साइकिल के इस्तेमाल से न सिर्फ स्वास्थ्य अच्छा रहता है बल्कि पेट्रोल-डीजल से निकलने वाली जहरीली गैसों से होने वाले नुकसान से पर्यावरण को भी बचाया जा सकता है”। प्रमोद ने बताया कि वह पर्यावरण सुरक्षा का संदेश देने के लिए छत्तीसगढ़ के 33 जिलों की साइकिल यात्रा पर निकले हैं।
प्रदेश में 5000 किमी साइकिल यात्रा करेंगे प्रमोद
रायगढ़ के लैलूंगा से शुरू की थी यात्रा, करीब 1787 किमी सफर कर बालोद पहुंचे, इस दौरान वे प्रदेश में 5000 किमी साइकिल यात्रा करेंगे । यह साइकिल यात्रा उसने रायगढ़ के लैलूंगा से 12 अक्टूबर को शुरू की थी। यात्रा के दौरान वे इन जिलों का भ्रमण करते हुए करीब 5 हजार किलोमीटर चलेंगे। पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए रोड किनारे, स्कूल कैंपस व अन्य सार्वजनिक जगहों पर पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए जाते हैं। अपनी इस यात्रा के दौरान वे जहां भी पहुंचते हैं, वहां के स्थानीय संगठन व समिति उन्हें भोजन कराते हैं।
साइकिल यात्रा के दौरान प्रमोद ने अब तक जशपुर, बलरामपुर, सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़, गौरेला पेंड्रा, कोरबा, जांजगीर, बिलासपुर और मुंगेली,कवर्धा, बेमेतरा जिले का भ्रमण किया है। करीब 1700 किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर को वे बालोद पहुंचे थे। इसके बाद वे फिर कांकेर नारायणपुर दंतेवाड़ा बस्तर जिले के लिए रवाना हुए।
अभी छत्तीसगढ़ में 18 जिलों की यात्रा बाकी
पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने प्रमोद 15 जिलों की साइकिल यात्रा पूरी कर चुके हैं। अब भी 18 जिलों की यात्रा बाकी है। अपनी इस साइकिल यात्रा के दौरान वे करीब 5 हजार किलोमीटर तक चलेंगे।
परिवार को इच्छा बताई, तो उन्होंने सहयोग किया
प्रमोद मूलत: रायगढ़ के लैलूंगा के रहने वाले हैं। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले प्रमोद के पिता नारायण सिदार खुद किसानी करते हैं। उसने खुद से प्रेरित होकर यात्रा शुरू की। परिवार ने भी इसमें सहयोग किया। प्रमोद का कहना है कि आज तेजी के साथ पेड़ों की कटाई हो रही है।