बड़ी खबर -कोरोना मरीज को चढ़ा दी एक्सपायरी ड्रिप, कलेक्टर ने दिए सिविल सर्जन को कार्रवाई के निर्देश, बैठक में उठा मुद्दा, इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा
बालोद- शुक्रवार को जिला कोविड अस्पताल में 4 कोरोना मरीजों को एक्सपायरी ड्रिप चढ़ा दिया गया था. जिसका मामला सामने आने के बाद एक बार फिर जिला अस्पताल प्रबंधन व स्वास्थ्य विभाग घेरे में आ गया है. वहीं इस लापरवाही पर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की है. बैठक में भी यह मुद्दा गरमाया रहा. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दे दी हैं. सीएमएचओ जय प्रकाश मेश्राम ने कहा सिविल सर्जन को इस मामले में जिसने भी गलती की है, उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए कहा गया है. इस सन्दर्भ में कलेक्टर महोदय ने भी निर्देश दे दी हैं.
देखिये वीडियो कैसे हुई थी लापरवाही
ज्ञात हो कि मरीजों को जुलाई 2020 में एक्सपायर हो चुकी ड्रिप चढ़ा दी गई थी. हालांकि मरीजों की हालत सही सलामत है. लेकिन यह एक बड़ी लापरवाही थी. जो यह बताती है कि किस तरह कोरोना मरीजों की सेहत के साथ खिलवाड़ के अलावा उनके इलाज को लेकर गंभीरता दिखाई जाती है. पहले भी अन्य तरह की लापरवाही के चलते जिला अस्पताल व स्वास्थ्य विभाग विवादों में रहा है. लेकिन गलतियों पर गलतियां हो रही है.
बैठक में ये निर्देश भी दिए कलेक्टर ने
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने कहा कि जिले में नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के नियंत्रण हेतु टेस्टिंग की संख्या बढ़ाए । कोरोना के लक्षण वाले अधिक से अधिक व्यक्तियों का कोरोना टेस्ट कर संक्रमित लोगों की पहचान करें। श्री महोबे आज संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित स्वास्थ्य विभाग की बैठक में निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस (कोविड-19) की जांच हेतु शासन से जो लक्ष्य प्राप्त हुआ है, उसके अनुरूप शतप्रतिशत जांच हो। कलेक्टर ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को या उसके परिवार के अन्य सदस्यों को सर्दी, खांसी, बुखार, श्वास लेने में कठिनाई, स्वाद या गंध नहीं आने पर तत्काल कोरोना जांचकराना चाहिए। उन्होंने बैंको और भीड़ वाले स्थानों तथा धान खरीदी प्रारंभ होने पर उपार्जन केन्द्रों में भी कैम्प लगाकर कोरोना जांच करने के निर्देश दिए।
एक्सपायरी ड्रिप पर यह बोले डीएम
कलेक्टर श्री महोबे ने कोविड-19 अस्पताल बालोद में एक मरीज को एक्सपायरी डेट की ड्रिप लगाने की शिकायत मिलने पर इसे तत्काल संज्ञान में लिया और संबंधित कर्मचारी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश सिविल सर्जन को दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी-कर्मचारी जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करें। कलेक्टर ने अस्पताल के दवाईयों का सत्यापन के निर्देश दिए।
ठंड में धूप लेने का भी करें इंतजाम
उन्होंने कहा कि कोविड-19 अस्पताल सहित कोविड केयर सेंटरों में कोरोना के भर्ती मरीज यदि ठंड से बचाव हेतु धूप लेना चाहते हैं तो सेंटर्स के सामने आवश्यकतानुसार बेरीकेट्स लगाकर व्यवस्था सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने आगामी पन्द्रह दिसम्बर तक जिले में मोबाईल मेडिकल यूनिट वाहन का संचालन शुरू किए जाने हेतु प्रगति की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के संचालन की भी जानकारी ली। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.जे.पी.मेश्राम, सिविल सर्जन डा.एस.एस. देवदास, डीपीएम डा. भूमिका वर्मा, खण्ड चिकित्सा अधिकारी ड. एस.के.सोनी सहित अन्य चिकित्सक मौजूद थे।