केंद्रीय बजट पर चर्चा को लेकर बुद्धिजीवी सम्मेलन का हुआ कार्यक्रम, देखिये भाजपा से किसने क्या कहा?
बालोद।
आत्मनिर्भर भारत की दृष्टि को रेखांकित करते हुए सर्व समावेशी सर्व स्पर्सी तथा ईज आफ लिविंग की बुनियाद रखने वाले बजट 2021- 22 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को बजट पेश किया जिसका जिला स्तर पर बुद्धिजीवी, प्रतिष्ठित व्यवसाई, पत्रकार, चिकित्सक, अधिवक्ता, सामाजिक प्रबुद्ध जनों की उपस्थिति में बजट पर चर्चा समर्थन व राजनीतिक प्रस्ताव हेतु कार्यक्रम जिला मुख्यालय के कबीर मंदिर भवन में संपन्न हुआ इस अवसर पर जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत को मूर्त रूप प्रदान करने वाला यह बजट हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए गरीबों के जीवन स्तर को उठाने करोड़ों लाभार्थियों तक इसका लाभ पहुंचाने की करोना काल में वर्ष भर चरमराई अर्थव्यवस्था को संभालते हुए जन हिताय जन सुखाय बजट प्रस्तुत हुआ है पूर्व विधायक प्रीतम साहू ने संपूर्ण बजट पर प्रस्तावना लाते हुए बजट 2021 22 स्वास्थ्य और कल्याण कारी आकांक्षी भारत के समावेशी विकास नवाचार और शोध मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गवर्नेंस पूंजी व अवसंरचना मानव जीवन में सुगमता का संचार के 6 स्तंभों को रेखांकित करने वाला नए दशक का बुनियादी दृष्टि पत्र बताया।
कृषि कल्याण पर पवन साहू ने कहा कि देश के अन्नदाता किसानों को ध्यान में रखते हुए सुलभ ऋण उपलब्ध हो इसके लिए पिछली बार की तुलना में बढ़ोतरी करते हुए 16.5 लाख करोड़ का बजट साथ ही किसानों की आय दुगनी हो उनकी उपज का उन्हें सही मूल्य मिले उन्हें अपनी फसल बेचने में कठिनाई ना हो किसानों की मेहनत लगती हो तथा बिचौलियों की भेंट ना चढ़े उन्हें बिना रुकावट सस्ते ऋण मिले इसको लेकर सरकार लगातार सुधारवादी कदम उठा रही है किसान सम्मान निधि के माध्यम से देश में करोड़ों किसानों को सालाना ₹6000 मिले सम्मान राशि देने का ऐतिहासिक निर्णय मोदी सरकार की किसान हितैषी नीतियों की परिचायक है बजट में सुनिश्चित किया गया है कि किसानों को उनकी उपज लागत का डेढ़ गुना एमएसपी दिया जाएगा इस से डेढ़ करोड़ से अधिक किसान सीधे तौर पर लाभान्वित हुए हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में कृषि क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ बनाते हुए किसानों की आय दोगुनी करने की प्रतिबद्धता इस बजट में विशेष ध्यान दिया गया है
व्यवसायी श्रवण टावरी ने कहां की कोविड महामारी की वजह से आर्थिक चुनौतियां भी पैदा हुई हैं बड़ी जनसंख्या के कारण बड़ी चुनौतियां आई स्टार्टअप के लिए प्रक्रिया को और सरल बनाने का प्रस्ताव के साथ में उद्योगों पर प्रथम वर्ष संपूर्ण छूट स्किल डेवलपमेंट पर स्किल डेवलपमेंट पर बड़ी राशि के साथ छोटे कुटीर उद्योगों के माध्यम से रोजगार का सृजन करना टैक्स में बढ़ोतरी ना करना व्यापार उद्योग के लिए इस बजट में दीर्घ कालीन लाभ है
स्वास्थ्य संरचना पर डॉ शिखर गुप्ता ने कहा कि बजट में 137 फीसद की बढ़ोतरी करते हुए 2. 38 लाख करोड किया जाना मोदी सरकार के स्वास्थ्य की चुनौतियों के खिलाफ भविष्य के स्वास्थ्य व सक्षम भारत बनाने की सजग दृष्टि को दिखाता है कोविड-19 के लिए सरकार ने 35000 करोड़ का बजट तय करके व्यापक टीकाकरण की गति को निर्बाध बनाने की योजना को आकार दिया है
शिक्षा और शोध को बढ़ावा पर साहित्यकार जगदीश देशमुख ने कहा कि हायर एजुकेशन काउंसिल के गठन नए सैनिक स्कूलों की स्थापना पहले से चल रहे 15000 स्कूलों को आदर्श स्कूल के रूप में कायाकल्प का प्रावधान गुणवत्ता युक्त शिक्षा के लिए 750 एकलव्य विद्यालयों का निर्माण सहित भारत में शोध कार्य को बढ़ावा देने के लिए 50000 करोड़ का प्रावधान अभीनंदनी है सुरक्षा पर सरकार सर्जक है पूर्व विधायक व पूर्व उप पुलिस अधीक्षक रहे राजेंद्र राय ने कहां की विगत 6 वर्षों में मोदी जी के नेतृत्व में तीनों सेनाएं आधुनिक हथियारों से लैस रही राष्ट्र की सुरक्षा में हर संभव प्रयास इस प्रोजेक्ट में किया गया है पिछले वर्ष की तुलना में सरकार द्वारा बजट में की गई बढ़ोतरी स्वागत योग्य है प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत आज बड़ी रक्षा शक्ति के रूप में उभरा है अन्य बुद्धिजीवियों में वक्ताओं ने भी अपने विचार रखें जिसमें सर्वश्री हरबंस अरोरा व्यवसायी भरत गांधी, सुरेश टावरी, केसव साहू, बहुसिह रावटे,किशोरी साहू, संध्या भारद्वाज, त्रिलोकी साहू ,ठाकुर राम चंद्राकर, सुशीला साहू,सुदेश सिह राकेश छोटू यादव, शरद ठाकुर,जयेश ठाकुर, राजीव शर्मा, लोकेश श्रीवास्तव ,देवलाल ठाकुर, प्रेम साहू, टीनेश्वर बघेल, दुष्यंत सोनवानी, कौशल साहू, सुरेश निर्मलकर, कमलेश सोनी ,जितेंद्र कुमार साहू, होरीलाल रावटे, रुपेश सिन्हा, रमेश सोनवानी, अनूप साहू, प्रकाश शर्मा, पवन सोनबरसा, विक्रम ध्रुव ,पालक ठाकुर ,चंद्रकला साहु,रुपेश नायक चितेश्वरी निषाद,प्राची ललवानी , शांति बाई दावते, संजीव मानकर गजेन्द्र यादव ,सिन्हा , दानवीर साहू रामसहाय साहू खिलेश्वरी साहू नरेंद्र सोनवानी जागेश्वर साहू वीरेंद्र साहू संजय साहू दुर्जन साहू चिंताराम साहू सहित अन्य उपस्थित रहे