बालोद। बीते दिनों डौंडी थाना क्षेत्र के चोरहा पड़ाव के पास कार और ट्रक की भिड़ंत में कुल 7 लोगों की मौत हो गई थी। मौके पर 6 लोगों की मौत हुई थी। बाद में एक और मौत इलाज के दौरान हुई थी। इस सात मौत ने पूरे छत्तीसगढ़ को दहला दिया था। इस बड़ी घटना के बाद घटनास्थल की जांच के लिए राज्य और जिला स्तर की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और यह जानने का प्रयास किया गया कि आखिर इतना बड़ा हादसा हुआ किस कारण से। मौके पर अधिकारियों ने बारीकी से निरीक्षण किया और यह पाया गया कि यहां कुछ खामियां हैं। इसके सुधार को लेकर अब कदम उठाए जाएंगे। अंततः सात मौत के बाद प्रशासन अब सावधानी और सजगता दिखा रहा है। अगर यही कार्य पहले किए गए होते तो शायद इस तरह की घटना नहीं होती । बालोद जिले में ऐसे और भी कई डेंजर पॉइंट है। जहां पर बड़ी घटनाएं आए दिन होती रहती है। जैसे पुरूर से चारामा नेशनल हाईवे मरकाटोला के आसपास भी हादसे हर माह करीब हो जाते हैं। जिसमें लोगों की जान चली जाती है। फिलहाल चोरहापड़ाव थाना डौण्डी जिला बालोद के पास घटित भीषण सड़क दुर्घटना में घटनास्थल का निरीक्षण करने के लिए संजय शर्मा सहायक पुलिस महानिरीक्षक यातायात संयुक्त परिवहन आयुक्त/अध्यक्ष अतंर्विभागीय लीड एजेंसी सड़क सुरक्षा पु.मु. नवा रायपुर के नेतृत्व में संयुक्त टीम (एनएचआई/लो.नि.वि./पुलिस/परिवहन) द्वारा घटनास्थल का संयुक्त निरीक्षण किया गया ।संयुक्त निरीक्षण का उद्देश्य दुर्घटना के वास्तविक कारणों को जानने एवं भविष्य में संभावित दुर्घटना को रोकने हेतु किए जाने वाला प्रयास है। जांच के बाद चोरहापड़ाव के पास रंबल स्ट्रीप, साइन बोर्ड, सोल्डर रिपोरिंग एवं रात्रि में प्रकाश व्यवस्था नहीं होने से रिफ्लेक्टिव रंबल स्ट्रीप लगवाने संबंधित विभागों को दिशा-निर्देश दिया गया। ज्ञात हो कि चोरहापड़ाव थाना डौण्डी जिला बालोद में कार (जायलो) एवं ट्रक वाहन में हुई भीषण सड़क दुर्घटनाओं में 7 व्यक्तियों की मृत्यु एवं 06 व्यक्ति घायल हुए थे, घटना की गंभीरता के आलोक में दिनांक 17 दिसंबर को संजय शर्मा सहायक पुलिस महानिरीक्षक यातायात/संयुक्त परिवहन आयुक्त/अध्यक्ष अतंर्विभागीय लीड एजेंसी सड़क सुरक्षा पु.मु.नवा रायपुर (छ.ग.) के नेतृत्व में संयुक्त टीम (एनएचआई/लो.नि.वि./पुलिस/परिवहन) विभाग के द्वारा घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य दुर्घटना के वास्तविक कारणों का जानना एवं भविष्य में संभावित दुर्घटना को रोकने हेतु आवश्यक प्रयास किया जाना है।
इस तरह की पाई गई घटना स्थल पर खामी
संयुक्त निरीक्षण के दौरान दुर्घटनास्थल में विभिन्न अभियांत्रिक खामी परिलक्षित पाई गई जैसे चोरहापड़ाव दुर्घटनास्थल में ट्रैफिक कमिंग उपाय सेंटर लाईन, एज लाईन अच्छी तरह से दिखाई नही देने से नया मार्किंग करने, रिफ्लेक्टिव स्टूट्टस लगवाने, घटनास्थल के आस-पास “दुर्घटना जन्य क्षेत्र कृपया धीरे चले” का संकेतक बोर्ड लगवाने, रात्रि में प्रकाश व्यवस्था नहीं होने से रिफ्लेक्टिव रंबल स्ट्रीप लगवाने, एवं रोड़ सोल्डर 04 इंच नीचे दब जाने से सोल्डर के सुधार करने हेतु लो.नि.वि को निर्देश दिया गया है। दुर्घटना का वास्तविक कारण प्रथम दृष्टया वाहन चालक द्वारा तेजी एवं लापरवाही पूर्वक ओव्हरटेक करने से वाहन पर नियंत्रण न रख पाने से दुर्घटना प्रतीत हुई है। पुलिस/परिवहन विभाग को शराब सेवन, ओव्हरस्पीड़ चलाने वालों एवं मालवाहक वाहन में क्षमता से अधिक यात्री परिवहन करने वाले वाहन चालकों पर अधिक से अधिक कार्यवाही करने निर्देश दिया गया है।
निरीक्षण टीम में यह रहे शामिल
संयुक्त टीम के निरीक्षण के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग/लो.नि.वि. विभाग से अजय नाथ एस.डी. ओ बालोद, चंद्रशेखर पटेल सब इंजीनियर लो.नि.वि, श्री वसीम सेख सब इंजीनियर लो.नि.वि. राष्ट्रीय राजमार्ग, प्रकाश रावटे जिला परिवहन अधिकारी बालोद, राकेश ठाकुर प्रभारी यातायात बालोद, टिकेश्वर देशमुख IRAD डिस्ट्रीक रोल आउट मैनेजर, थाना डौण्डी स्टॉफ सउनि डी.एल. रावटे, प्र.आर. विष्णु तारम यातायात बालोद एवं परिवहन विभाग से अन्य स्टॉफ उपस्थित रहें।