माइक्रोफाइनेंस कंपनी के जरिए महिलाओं को लोन निकलवाकर ठगी करने वाले तीन आरोपी पहुंचे जेल, कई गांव में हुई है ठगी, बढ़ता जा रहा है आंकड़ा
बालोद। माइक्रो फाइनेंस और निजी बैंकों से महिलाओं का समूह बनाकर लोन लेकर ठगी करने वाले तीन आरोपियों को गुरुर पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। मुख्य आरोपी खोलबाहरा राम निषाद निवासी जांजगीर चांपा, चंद्रहास करियाम व उसकी पत्नी सरिता करियाम निवासी नारागांव गुरुर के खिलाफ धारा 420,120 बी 34 लगाकर जांच के बाद जेल भेज दिया गया है। उक्त तीनों व्यक्ति ने 500 से भी अधिक महिलाओं से करीब 12 करोड़ से अधिक रुपए की धोखाधड़ी की है। गुरुर थाना के प्रभारी टीआई डीआर भांडेकर ने बताया कि अभी तक कुल 77 गांव के 500 से भी अधिक महिलाओं से 12 करोड़ से अधिक रुपए की राशि वसूली कर धोखाधड़ी करने की पुष्टि हुई है। अभी मामले की जांच चल रही है। इसमें यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। इस मामले में डौंडी थाने में भी महिलाओं ने मामला दर्ज करवाया है। अभी भी कई गांव की महिला समूह की सदस्य शिकायत करने पहुंच रही हैं।मुख्य आरोपी खोलबाहरा राम गांव-गांव में जाता था। कोट, टाई व चश्मा लगाकर गांव में कार से जाकर अपने आप को साहब बताता और महिलाओं को लालच देकर लोन निकालने कहता था। लोन निकालकर महिलाएं खोलबाहरा को रकम देतीं और खोलबाहरा महिलाओं को 10% कमीशन देता था। इस तरह की ठगी जिले के अलावा धमतरी व कांकेर जिले में भी अंजाम दिए हैं।।,
आरोपी पति-पत्नी महिला समूह बनाकर, दिलवाते थे जबरदस्ती लोन
वहीं दूसरे व तीसरे आरोपी पति-पत्नी हैं। नारागांव की सरिता व चंद्रहास गांवों में जाकर महिलाओं से मिलकर समूह तैयार करते थे और उन्हें लोन दिलवाते थे। लोन को खोलबाहरा द्वारा माइक्रो फाइनेंस कंपनी के द्वारा दिलावते थे। पर वे बैंक से निकाले लोन के बाद उस रकम की किश्त को जमा नहीं करते थे और बैंक महिलाओं को नोटिस जारी करते थे क्योंकि लोन महिलाओं के नाम से था।
खरथुली की महिलाओं ने भी की है बालोद थाने में शिकायत
बालोद थाना में भी खरथुली की महिलाओं ने खोलबारहा राम पर समूह से लोन दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपए की ठगी करने का आरोप लगाया है और इस मामले की जांच की मांग महिलाओं ने की है। इस गांव की 38 महिलाओं ने 50 लाख रुपए की ठगी होने की शिकायत की है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। इसके अलावा और भी कई गांव में इस तरह की ठगी हुई है।
लोन कमीशन के चक्कर में फंसी थी महिलाएं
जानकारी के अनुसार समूह वालों के नाम पर लोन निकाल कर उन्हें कमीशन देकर 90% राशि को मुख्य आरोपी शेयर मार्केट और बिटकॉइन के कारोबार में लगाता था।पहले तो उन्हें फायदा हो रहा था लेकिन फिर नुकसान होने लगा और वह बैंकों का किस्त नहीं पटा पाए । महिला समूह को विश्वास लेने के लिए बाकायदा 50 रुपए के स्टांप पेपर में लिख कर देते थे कि हम ऋण का किस्त चुका देंगे। लोन के बदले कमीशन मिलने के चक्कर में महिलाएं झांसे में आ गई थी। जब आरोपियों के द्वारा किस्त नहीं पटाया गया तो बैंकों और फाइनेंस कंपनी से नोटिस आना शुरू हुआ तब इस ठगी का पता चला। मुख्य आरोपी खोलबहरा राम द्वारा बालोद जिला मुख्यालय में बायपास पर पर्रेगुड़ा मार्ग पर दफ्तर भी खोला गया था।