मानव अधिकार दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और भेदभाव को रोकना: दयालूराम पिकेश्वर
2024 का विषय है: हमारे अधिकार, हमारा भविष्य
बालोद। डौण्डी लोहारा विकास खण्ड के आदिवासी वनांचल ग्राम के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला मड़ियाकट्टा में मानव अधिकार दिवस समारोह हुआ । जिसमें राज्यपाल पुरुस्कृत प्रधान पाठक दयालूराम पिकेश्वर ने इस अवसर बच्चों को शपथ दिलाई गई कि मैं निष्ठा से प्रतिज्ञा करता हूं कि मैं भारत के संविधान को पूर्ण विश्वास एवं निष्ठा से धारण करुंगा तथा मानव अधिकारों के संरक्षण एवं संवर्धन में अपना पूरा कर्तव्य निभाऊंगा। मैं किसी प्रकार के भेदभाव के बिना मानव सभी मानव अधिकारों का सम्मान एवं समर्थन करुंगा।
राज्यपाल पुरस्कृत प्रधान पाठक दयालूराम पिकेश्वर ने बताया मानव अधिकार दिवस समारोह के उपलक्ष्य में विश्व में 10 दिसम्बर को मानव अधिकार दिवस मनाया जाता है। आज ही के दिन साल 1948 में संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा ने मानव अधिकारों को अपनाने की घोषणा की थी।
मानवाधिकार दिवस मनाने के उद्देश्य
बच्चों को बताया गया कि इस दिवस का उद्देश्य लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और भेदभाव रोकना है। मानवाधिकार वे मूलभूत अधिकार है जिनकी वजह से मनुष्य को नस्ल, रंग जाति,धर्म भाषा राष्ट्रीयता और अन्य विचार धारा आदि के आधार पर प्रताड़ित नहीं किया जा सकता।
मानवाधिकारों का मकसद, हर व्यक्ति के लिए न्यूनतम अच्छा जीवन जीने के लिए जरूरी जरूरतों को पहचानना और उनका सम्मान करना हैं।
मूलभूत मानव अधिकार क्या हैं
हमारे यहां कुछ वुनियादी मानवाधिकारों को विशेष रूप से सुरक्षित किया गया है। जिनके प्राप्ति देश के हर व्यक्ति होनी चाहिए। जीवन का अधिकार, उचित परीक्षण का अधिकार, सोच विवेक और धर्म की स्वतंत्रता , दासता से स्वतंत्रता,अत्याचार से स्वतंत्रता,अन्य सार्वभौमिक मानव अधिकारों में स्वतंत्रता और व्यक्तिगत सुरक्षा,भाषण की स्वतंत्रता, सक्षम न्यायाधिकरण, भेदभाव से स्वतंत्रता,विवाह और परिवार के अधिकार, राष्ट्रीयता का अधिकार, आंदोलन की स्वतंत्रता,संपत्ति का कानूनी अधिकार, शिक्षा के अधिकार, शांतिपूर्ण विधानसभा और संघ के अधिकार, गोपनीयता,परिवार घर और पत्राचार से हस्तक्षेप की स्वतंत्रता,सरकार में और स्वतंत्र रूप से चुनाव में भाग लेने के अधिकार, राय और सूचना के अधिकार, पर्याप्त जीवन स्तर के अधिकार, सामाजिक सुरक्षा का अधिकार और सामाजिक आदेश का अधिकार जो इस दस्तावेज को अभिव्यक्त करता हो, आदि शामिल है। इस अवसर बच्चों को चित्रकला भाषण निबंध लेखन कविता कहानी लेखन प्रतियोगिता पोस्टर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजन किया गया। सभी प्रतिभागी बच्चों को सम्मानित किया गया।