कुरदी कांड : बच्चों सहित जहर पीने वाली मां के बाद अब बेटे की भी हुई मौत, बेटी की हालत में आया सुधार
बालोद । अर्जुंदा थाना क्षेत्र के ग्राम कुरदी में 28 अक्टूबर को एक महिला डुमेश्वरी साहू ने अपने देवरानी से झगड़ा के उपरांत स्वयं जहर पीने के साथ साथ अपने दोनों बच्चों बेटी हिमांशी और बेटा जागेंद्र को भी जहर पिलाई थी। तीनों को इलाज के लिए अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। घटना के दूसरे दिन रात 11:30 बजे राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में महिला की मौत हो गई थी। तो वहीं जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे बच्चों में से 7 साल के बेटे जागेंद्र की भी सांसे भी बीती रात को 3 बजे थम गई जिसका इलाज एम्स रायपुर में चल रहा था। वही 5 साल की हिमांशी का इलाज भी इसी अस्पताल में जारी है। जिसकी स्थिति पहले से ठीक है। सरपंच संजय साहू ने बताया कि जागेंद्र के लिवर किडनी में जहर का असर कारण इन्फेक्शन चालू हो गया था। जिसके कारण उसके स्वास्थ्य में बहुत ज्यादा असर पड़ा और वह अब इस दुनिया में नहीं रहा। वही बेटी हिमांशी के स्वास्थ्य में काफी सुधार हुआ है। पहले से वह ठीक है । दोनों बच्चों के इलाज के लिए लोगों से आर्थिक सहयोगी अपील भी की गई थी। कई लोगों ने मदद भी की है।
क्या था मामला
ज्ञात हो कि गुण्डरदेही ब्लॉक के अर्जुंदा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम कुरदी में एक ही परिवार के बच्चों के बीच हुआ विवाद इस कदर बढ़ गया था की बात देवरानी जेठानी के झगड़े तक आ गई। इस परिवार में रहने वाले देवरानी और जेठानी के बीच विवाद के बाद जेठानी ने प्राण घातक कदम उठाया और खुद के साथ अपने दोनों बच्चों को भी जहर पिला दी थी। इलाज के दौरान जेठानी 30 वर्षीया डुमेश्वरी साहू की मौत हो गई थी तो वहीं उनके दोनों बच्चों का इलाज एम्स रायपुर में चल रहा था । घटना के 9 दिन बाद बीती रात को करीब 3 बजे अब बेटा भी चल बसा। 28 अक्टूबर को बच्चों के बीच नॉर्मली झगड़ा हुआ था। जब इस बात की जानकारी दोनों बच्चों के माता को लगी तो वह भी आपस में भीड़ गई और फिर देखते-देखते जेठानी ने किसी दुकान से कीटनाशक खरीद कर लाया और सेवन कर लिया था। साथ में अपने बच्चों को भी पिला दी थी। इस दौरान झगड़ा शांत हो चुका था देवरानी खेत चली गई थी। इधर जहर पीने के कुछ देर बाद सभी की स्थिति बिगड़ी तो तत्काल ग्रामीणों ने तीनों को अर्जुंदा के अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से उन्हें इलाज के लिए अन्य अस्पताल में रेफर किया गया था। महिला को राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उनके बच्चों को रायपुर एम्स में भर्ती कराया गया। अर्जुंदा पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। घटना का कारण पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है।