घीना बांध हुआ लबालब, प्रकृति का आनंद लेने पहुंच रहे लोग
बालोद। प्रकृति में अगर जलवायु परिवर्तन का वक्त आता है तो मनुष्य समाज को एक महान सुख का अहसास होता है। अपने जीवन को धन्य समझता है। सावन के वर्षा से सराबोर होकर प्रकृति भी झूमने लगता है। चारो और हरियाली व्याप्त हो जाती है। आये दिन बरखा रानी अपनी प्यार उड़ेलती है तो प्रकृति लबालब हो जाती है।
घीना बांध भी उसी प्रकार दर्शनीय स्थल में बदलकर ग्राम वासियों को सहसा अपनी ओर आकर्षित करता है। एक ही वर्षा में घीना बांध छलकने लगा है। मछलियां मानो खुशी में दौड़ने लगी और मनुष्यों को अपना प्यार लुटाती जान दे देती है। यह नजारा घीना बांध का देखते ही बनता है। उक्त तस्वीर हमें रूपसिंह रावटे ने भेजी।