लक्ष्मीकांत बंसोड़, डौंडी। अक्सर हम लोगों को भगवान के नाम पर कसमे वादे खाते देखते हैं। कभी-कभी तो कुछ लोग भगवान के नाम पर झूठा कसम भी खा लेते हैं। लेकिन बालोद जिले के डौंडी ब्लॉक के ग्राम बेलोदा के आश्रित ग्राम गोटूल मुंडा के ग्रामीणों ने भगवान को साक्षी मान पर बाकायदा लिखित में संकल्प लेते हुए इसे स्टांप पेपर पर भी लिखवाया है। ताकि कोई संकल्प से मुकरे ना और भगवान को साक्षी मानने के साथ एक स्टांप पेपर पर भी पुष्ट यानी प्रमाणित संकल्प बना रहे। यह संकल्प ग्रामीणों ने गांव की स्वच्छता और शराबबंदी को लेकर लिया है। तो यह भी कहा गया कि जो नियमों का पालन नहीं करेगा उन्हें ₹1051 अर्थदंड देना होगा तो वही गांव के देवी देवताओं में उन्हें पूजा का अधिकार नहीं रहेगा। यह संकल्प गांव की एकजुटता और उनकी जागरूकता को प्रदर्शित करता है। ताकि गांव में सुधार हो और एक श्रेष्ठ गांव का निर्माण हो। स्टांप पेपर में फैसला और संकल्प लेने का बालोद जिले में यह पहला मामला है। खासतौर से वनांचल के लोगों में ऐसी जागरूकता देख लोग इस गांव से प्रेरणा ले रहे हैं।
यहां के ग्रामीणों ने अपने गांव में शराब को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने के लिए 20 रुपये का स्टांप पेपर में सब निर्णय लिए हैं। जो काबिले तारीफ है। ग्रामीणों ने सर्व सम्मति से फैसल लेते हुए अपने अपने ईष्ट देवी देवताओं को स्टांप पेपर में साक्षी मानते हुए बताया कि अपने गांव को सरकार के मानस के अनुरूप आदर्श ग्राम बनाना चाहते हैं। इस कारण गांव की साफ सफाई शुद्ध पेय जल व्यवस्था के साथ साथ सम्पूर्ण गांव में शराब बंदी व न ही शराब बनाया जाए ऐसा निर्णय लिया गया है। जो भी गांव का व्यक्ति इस नियम का पालन नही करता पाया जाए तो उसको दो गांव के समस्त देवी देवताओं के पूजा पानी देनेदार के साथ साथ 1051 रुपये का आर्थिक दंड का भागीदार रहना बताया गया है। ग्राम के सुकलाल तुमरेटि ,नारायण कोला ,शिव कुमार मरकाम , अर्जुन सिंग मंडावी ,ज्ञानेश्वरी कोला ने बताया कि हम पूरे ग्रामीणों ने सहमति से फैसला लिया है ताकि हमारा गांव सुंदर गांव बन सके और आने वाले युवाओं का भविष्य बन सके क्योंकि अक्सर देखा गया है कि नशे के चलते ग्रामीण लड़ाई झगड़ा करते हैं।विवाद की स्थिति निर्मित होती है और युवाओं में भी गलत असर पड़ता है। इसलिए फैसला लिया गया है जिससे हमारा गांव सुंदर गांव बन सकेगा ।
वही गांव के सरपंच जगनू राम मंडावी की माने तो बताया कि ग्रामीणों की बहुत अच्छी पहल है। इस पहल से गांव का माहौल बहुत अच्छा रहेगा। इस पहल का आस-पास के ग्रामीण भी अनुकरण करना चाहिए। जिससे नशा मुक्त गांव व राज्य का निर्माण किया जा सकेगा।