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वेट लिफ्टिंग में जीत चुके स्वर्ण पदक, कराते में भी महारथ हासिल है इस बच्चे को,,, “उम्र छोटे-काम बड़े” को चरितार्थ कर सुब्रोजीत सिन्हा बने पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के “हमारे नायक”

दल्लीराजहरा/बालोद । पढ़ई तुंहर दुआर अंतर्गत सीजीस्कूलडॉटइन पोर्टल के हमारे नायक (विद्यार्थी) कालम में इस बार ऐसे प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को हमारे नायक (उम्र छोटे-काम बड़े) के रूप में चयनित हुए है, जिनकी प्रतिभा को सामने लाने की आवश्यकता है | आज हम एक ऐसे ही प्रतिभावान व विशिष्ट गुणों से परिपूर्ण विद्यार्थी सुब्रोजीत सिन्हा से परिचय कराने जा रहे है, जो शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चिखलकसा में कक्षा 12वी (कला संकाय) में अध्ययनरत है | दल्लीराजहरा निवासी सुब्रोजीत के पिता श्री सत्यजीत सिन्हा एक सफल व्यवसायी है, जबकि उनकी माता श्रीमती मुनमुन सिन्हा शिक्षिका है जो शासकीय प्राथमिक शाला गैंजी, विकासखण्ड डौंडीलोहारा, जिला बालोद में पदस्थ है | उनकी सफलता की कहानी को पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के राज्य स्तरीय ब्लॉग लेखक श्रवण कुमार यादव, सहायक शिक्षक, शासकीय प्राथमिक शाला कोसा, संकुल केंद्र गोरकापार, विकासखण्ड गुण्डरदेही, जिला बालोद द्वारा लिखा गया है।

ये खेल जीवन की शुरूआत, प्राप्त उपलब्धियां
पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम अन्तर्गत सीजीस्कुलडॉटइन पोर्टल के राज्य स्तरीय ब्लॉग लेखक श्रवण कुमार यादव, सहायक शिक्षक, शासकीय प्राथमिक शाला कोसा, संकुल गोरकापार, विकासखंड गुण्डरदेही, जिला बालोद से एक चर्चा के दौरान प्रतिभाशाली विद्यार्थी सुब्रोजीत सिन्हा ने बताया कि उनके खेल जीवन का सफर कक्षा 4 से शुरू हुआ है | सबसे पहले कराटे और म्युथाई खेलना शुरू किया। वह कराटे में ब्लैक बेल्ट हासिल किया है | उन्होंने आगे बताया कि वह कक्षा 9 से भारोत्तोलन पावरलिफ्टिंग शुरू किया, जिसमे उसने छत्तीसगढ़ स्कूल गेम्स में भारोत्तोलन मे स्वर्ण पदक जीत चुका है | वर्ष 2018 मे मुंबई में आयोजित राष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग में वह रजत पदक जीते थे | उसी वर्ष स्टेट वेटलिफ्टिंग में कास्य पदक जीते थे | स्टेट पावरलिफ्टिंग में रजत पदक प्राप्त किया | वर्ष 2018 में ही क्रीड़ा भारती छत्तीसगढ़ की ओर से आयोजित खिलाड़ी सम्मान समारोह में प्रशस्ति पत्र प्राप्त किया | वर्ष 2018 में खेल और युवा कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय खेल कुम्भ में रजत पदक प्राप्त किया | वर्ष 2018 में उनकी उपलब्धि को देखते हुए BSP SPORTS-RECREATION COUNCIL की ओर से उन्हें 26 जनवरी 2019 को सम्मानित किया गया | वर्ष 2019 में स्टेट वेटलिफ्टिंग मे स्वर्ण पदक मिला | इसीतरह टाटानगर में आयोजित नेशनल पावरलिफ्टिंग में रजत पदक प्राप्त किया | वर्ष 2018 और 2019 की उपलब्धि को देखते हुए 29 अगस्त 2020 खेल दिवस के दिन उन्हें छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस स्पोर्ट्स सेल की ओर से उनको “शहीद नंदकुमार पटेल स्पोर्ट्स अवार्ड” से सम्मानित किया गया |

खेल के साथ साथ “थिएटर” में कैरियर बनाने की योजना
कला क्षेत्र से जुड़े परिवार से संबंध रखने वाले व एक सफल मिमिक्री आर्टिस्ट सुब्रोजीत खेल के साथ-साथ 12वी की पढ़ाई के बाद वह इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से थिएटर अभिनय के क्षेत्र में स्नातक करने के बाद NSD जॉइन कर इसे एक कैरियर के रूप में अपनाना चाहते है | वर्तमान में वह लाइट एंड साउंड शो में सहभागिता दे रहे है। उनकी मम्मी श्रीमती मुनमुन सिन्हा भी इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से म्यूजिक में स्नातकोत्तर कर चुकी है |

माता-पिता, शिक्षकों व कोच से मिल रहा है प्रोत्साहन
बहुमुखी प्रतिभा के धनी सुब्रोजीत का मानना है कि परिश्रम कीजिए, फल की चिंता मत कीजिए। अगर आप पूरे मन से परिश्रम करते है, तो आपकी सफलता निश्चित है | उन्होंने आगे बताया कि उनके खेल जीवन के सफर मे उनके माता-पिता हमेशा हौसला बढ़ाते हुए प्रोत्साहित करते रहते है | उन्होंने आगे बताया कि उनके सफलता में उनके उनके माता-पिता व उनके कोच का बहुत बड़ा योगदान है | सुब्रोजीत अपने गेम्स में तैयारी के लिए प्रतिदिन सुबह-शाम तीन से चार घण्टे समय देते है | इन सब के बीच पढ़ाई को भी मैनेज करते हुए वह अपने पढ़ाई में भी निरन्तर समय दे रहे है |

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