बालोद। मंगलवार को छग.हार्वेस्टर व्यवसाय कल्याण संघ जिला बालोद के द्वारा समस्त हार्वेस्टर मशीन मालिको एवं किसानों की हित ध्यान में रख कर कलेक्टर से सौजन्य मुलाकात करते हुए विभिन्न बिंदुओ पर प्रशासनिक सहायता हेतु ज्ञापन सौंपा गया। जो इस तरह हैं।
1 :- समस्त हार्वेस्टर मालिक संघ द्वारा बनाए गए नियमावली के आधार से किसानों के हित में धान की फसल की कटाई करेंगे।
2 : धान फसल की अवशेष को जलाने से रोकने के लिए हार्वेस्टर मालिक द्वारा समस्त किसानों को जागरूक करेंगे।
3 :- बाहर से आए हुए जितने भी ड्राइवर ,हेल्पर, फोरमैन, सभी की जानकारी (मुसाफिरा) सम्पूर्ण कागजात के माध्यम से हार्वेस्टर संघ में या फिर शासन के पास दर्ज करवाएंगे।
4 :- समस्त हार्वेस्टर मालिको को संघ से सदस्यता लेकर ही भाईचारे की भावना से किसानों के हित में धान फसल की कटाई करना होगा। उल्लघंन करने पर संघ के द्वारा प्रशासनिक सहयोग लिया जाएगी। संघ द्वारा उचित निर्णय लिया जाएगा।
5 :- बिना अनुभव के एजेंट के द्वारा हार्वेस्टर मशीन चलवाए जाने पर कोई भी घटनाएं घटित होने पर संपूर्ण जवाबदारी एजेंट एवं हार्वेस्टर मालिक की स्वयं की होगी।
इन निम्न बिंदुओ से कलेक्टर को अवगत कराते हुए समस्त हार्वेस्टर संघ के पदाधिकारीगण( जिला एवं ब्लाक) घुरऊ राम साहू, नीलकंठ साहू ,वरुण(पिंटू) साहू,रमेश सोनकर, राजू साहू,प्रेम साहू,लेखराम साहू,तामेश्वर साहू,खोमन ,राघवेन्द्र ,देवकुमार साहू,हेमलाल देवांगन,हेमंत साहू, शंकर देवांगन,भूषण साहू,अमन ठाकुर,देवानंद ,ओंकार ,तोषण साहू ज्ञापन सौंपे है।
बाहर से आने वाली हार्वेस्टर वाले देते हैं धमकी, कई तरह की समस्या से भी जूझ रहे हैं स्थानीय हार्वेस्टर के मालिक
ज्ञापन में जिले के हार्वेस्टर मालिकों ने बाहर से आने वाले लोगों के द्वारा की जा रही अभद्रता और धमकी की शिकायत भी की। ज्ञापन में बताया गया कि अन्य प्रान्तों / जिलों से आए हार्वेस्टर मशीन मालिकों के द्वारा गांव गांव में अपनी कमाई करने के लिए बिना अनुभव के व्यक्तियों को अपना एजेंट बना कर अपनी मशीनों को कम से कम दामों पर चलवातें है और पैसों की लेनदेन में गडबडी होने पर वे ऐजेंटों के घर पर गाली-गलौच एवं मारपीट करते है जबकि ये गलत है कानूनों को अपने हाथों पर ले लेते हैं। ऐसे कई अपराध पंजीबध्द है।
अन्य प्रान्तों / जिलों से काम करने आये हार्वेस्टर के मालिकों के ड्राइवर को संघ से जुडकर चलने एवं भाईचारा की भावना बनाने के लिए कहने पर संघ के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को डराते धमकाते है और पंजीयन नहीं करवाते हैं। अपनी कोई कागजीय सूची नहीं देते हैं जिससे हमें बहुत असुविधाएं होती है। इस प्रकार से हमारे पास अनेकों असुविधाएं है जिसके कारण हमें अपनी हार्वेस्टर मशीनों को कृषि कार्य करने तकलीफ होती है और हमें बैंकों का कर्ज पटाने में अपनी सम्पत्ति बेचनी पडती है या फिर बैंक, गाडियां खींच लेती है और अन्त में आत्महत्या करना पड़ जाता है। अतः कलेक्टर निवेदन किया गया है समस्याओं को समझते हुए अन्य प्रान्तों एवं जिलों से आये हुए हार्वेस्टर मालिकों की सम्पूर्ण कागजात की जानकारी लेने एवं शासन के पास या हमारे संघ के द्वारा पंजीयन करवा कर हमारी नियमावलीनुसार अपनी मशीनों को चलाने के लिए एवं आदेश जारी कर सुविधा एवं सुरक्षा प्रदान की जाए।