बालोद। शासकीय अग्रणी महाविद्यालय बालोद में भारत सरकार के ट्राईबल एरिया सब प्लान के अंतर्गत वित्तीय साक्षरता विषय पर दिनांक 25 से 27 जुलाई तक तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया ।यह कार्यक्रम डीएसटी नई दिल्ली तथा आईआईटी भिलाई इनोवेशन और टेक्नोलॉजी फाउंडेशन के स्पॉन्सरशिप में आयोजित हुआ ।इसके आयोजक पंडित रवि शंकर शुक्ला विश्वविद्यालय रायपुर तथा सह आयोजक शासकीय घनश्याम सिंह गुप्त महाविद्यालय बालोद थे।इस कार्यक्रम में अनुसूचित जनजाति वर्ग के 50 छात्र छात्राएं पंजीकृत होकर सम्मिलित हुए ।कार्यक्रम के प्रथम दिवस उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि डॉ. एल.एस. गजपाल एन एस एस प्रभारी पंडित रवि शंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर, अध्यक्षता डॉक्टर जे के खलखो प्राचार्य एवं विशेष अतिथि श्री सौरभ जैन एलडीएम (एसबीआई )उपस्थित रहे ।
स्वागत भाषण में डा.जे के खलखो ने कहा कि धन की आय से ज्यादा उसका विवेक पूर्ण व्यय महत्वपूर्ण होता है ताकि भविष्य के लिए बचत किया जा सके ।मुख्य अतिथि डॉ.गजपाल ने कहा कि भारत में शिक्षा में साक्षरता दर 75% है किंतु वित्तीय साक्षरता दर 20% है इस कार्यक्रम का उद्देश्य जनजाति क्षेत्र में वित्तीय साक्षरता दर में वृद्धि करना है। प्रथम दिवस के प्रथम सत्र में सौरभ जैन ने प्रतिभागी विद्यार्थियों को बैंकिंग मैनेजमेंट के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।द्वितीय सत्र में साइबर टीम बालोद ने साइबर क्राइम तथा साइबर सिक्योरिटी के बारे में जानकारी दिया तथा बालोद के एसडीओपी श्री देवांश सिंह राठौर ने बैंकिंग फ्रॉड ऑनलाइन ठगी एवं धोखाधड़ी को उदाहरण सहित बताते हुए उसके बचाव के उपाय भी बताएं ,साथ ही देश भर में जुलाई में लागू तीनों नए कानूनो की आवश्यकता एवं प्रावधानों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी ।कार्यक्रम के दूसरे दिन के प्रथम सत्र में भारतीय स्टेट बैंक बालोद के चीफ मैनेजर श्री गौरव भटनागर ने बैंकिंग लोन सिस्टम ,बैंकों के द्वारा नागरिकों को दी जाने वाली सुविधाएं तथा बचत के विभिन्न स्कीम पर ब्याज दरों की विस्तार से जानकारी दी ।द्वितीय सत्र में स्टेट बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक श्री संजय कुमार ने वित्तीय प्रबंधन की आवश्यकता तथा भविष्य में उसके लाभ के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी ।तृतीय सत्र में सी एफ एल सेंटर बालोद के पूर्णिमा जोशी ने सांप सीढ़ी के माध्यम से वित्तीय प्रबंधन के विषय में सही निवेश पर होने वाले लाभ तथा गलत निवेश पर होने वाले हानि के बारे में खेल के द्वारा प्रतिभागियों को समझाया ।
कार्यक्रम के तीसरे दिवस के प्रथम सत्र में एलआईसी धमतरी के विकास अधिकारी श्री संजय मिश्रा ने बीमा के महत्व के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी दिया तथा द्वितीय सत्र में सी ए श्री श्री धवल गांधी ने प्रतिभागियों को विभिन्न प्रकार के टैक्स तथा आयकर के अंतर्गत रिटर्न फाइल करने के फायदे के बारे में जानकारी दी । तृतीय सत्र में फाइनेंशियल एडवाइजर श्री नितिन महावर ने स्मार्ट सेविंग के बारे में विस्तार से जानकारी दिया ।कार्यशाला के समापन सत्र में डॉ. जे के खलखो प्राचार्य ,कार्यक्रम के समन्वयक प्रोफेसर सी.डी.मानिकपुरी ,श्री टकेश्वर यादव कार्यक्रम प्रभारी, श्री विकास साहू कार्यक्रम सहप्रभारी, प्रो शैलेंद्र आर्य ,प्रो रितु पिस्दा ने सभी 50 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र तथा बैग देकर सम्मानित किया ।कार्यक्रम के एंबेसेडर एमएससी गणित के पांच छात्राएं पूजा साहू ,काजल ,साक्षी यादव,तेजस्वी साहू और मौसमी को कार्यक्रम में उत्कृष्ठ योगदान के लिए प्रमाण पत्र दिया गया। कार्यक्रम के अंत में आभार व्यक्त करते हुए प्रो. सी डी मानिकपुरी ने प्रतिभागियों से कहा कि कार्यशाला में वित्तीय साक्षरता के बारे में प्राप्त जानकारी से समाज के अन्य नागरिकों को भी अवगत कराए तथा विकसित भारत बनाने में अपना अमूल्य योगदान प्रदान करें।