जिले के शिक्षकों को हमारे नायक के राज्य स्तरीय ब्लॉग लेखक टीम के नेतृत्वकर्ता, मिस्ड कॉल गुरूजी और ब्लूटूथ बल्ब मास्टर नवाचार के लिए मिला प्रमुख सचिव की पुस्तक में स्थान
सूरजपुर/रायपुर । छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से संचालित महत्वाकांक्षी योजना पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम ने कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से संचालित कर पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान बनाने में सफलता हासिल की है। इसके लिए पढ़ई तुंहर कार्यक्रम को दसवें ईलेट्स नॉलेज एक्सचेंज सम्मिट एण्ड अवार्ड्स समिति ने अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस देश के सबसे श्रेष्ठ ई-गवर्नन्स अवार्ड 2020 से नवाजा है। डॉ.आलोक शुक्ला, प्रमुख सचिव, छत्तीसगढ़ शासन, स्कूल शिक्षा विभाग ने इस अवार्ड को छत्तीसगढ़ के सभी कोरोना वीर शिक्षकों को समर्पित किया है।
कोरोना जैसे संकटकाल में बच्चों की पढ़ाई अनवरत जारी रखने के लिए पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम की नींव रखते हुए प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने इतने कम समय में पूरे राज्य भर के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को ऑनलाइन करने का जो कारनामा कर दिखाया, वो काबिले-तारीफ है। राज्य भर के शिक्षक और विद्यार्थी भी इस कार्यक्रम को हाथों हाथ लेकर इसे सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं । इस कार्यक्रम की सफलता का पूरा श्रेय प्रमुख सचिव डॉ आलोक शुक्ला ने छत्तीसगढ़ के समस्त शिक्षकों को देते हुए “महामारी लेकिन पढ़ना लिखना जारी” नामक एक पुस्तक ही लिख डाली, यह पुस्तक कोरोना संक्रमणकाल में छत्तीसगढ़ के शिक्षकों द्वारा किये गये नवाचारों और कठिन परिस्थितियों में भी शिक्षा की अलख जगाये रखने के उनके प्रयासों का दस्तावेजीकरण है। इस पुस्तक में उन्होंने प्रदेश के नवाचारी शिक्षकों के लॉकडाउन के दौरान बच्चों की पढ़ाई को जारी रखने के लिए किये गये नवाचारों को महत्वपूर्ण स्थान दिया है।
प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग की पुस्तक “महामारी लेकिन पढ़ना लिखना जारी” में सूरजपुर जिले के भी दो शिक्षकों के कार्यों और नवाचारों को भी स्थान मिला है।
जिसमें जिले के रामानुजनगर विकासखण्ड के शासकीय प्राथमिक शाला झारपारा (पम्पापुर) के शिक्षक गौतम शर्मा को पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम में शिक्षकों और विद्यार्थियों का सबसे लोकप्रिय कार्यक्रम हमारे नायक के कुशल ब्लॉग लेखक टीम के कुशल नेतृत्वकर्ता तथा मिस्ड कॉल गुरूजी के ईजादकर्ता के रूप में और सूरजपुर विकासखण्ड के शासकीय प्राथमिक शाला चट्टीडांड़ (जयनगर) की शिक्षिका विनिता सिंह को बच्चों की पढ़ाई रोचक बनाने के लिए किये गये नवाचार ब्लूटूथ बल्ब मास्टर के लिए स्थान दिया गया है। कोरोना जैसी विषम परिस्थितियों में बच्चों की पढ़ाई को रूचिकर बनाने के लिए सूरजपुर जिले के इन दोनों शिक्षकों द्वारा किये गये नवाचारी गतिविधियों को इस पुस्तक में स्थान मिलने से प्रदेश स्तर पर जिले का मान बढ़ा हैं।
विदित हो शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के परिणामस्वरूप स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ द्वारा पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के तहत् शिक्षक गौतम शर्मा का चयन हमारे नायक के प्रथम चरण में नायक और विनिता सिंह का चयन द्वितीय चरण में नायक के लिए भी किया जा चुका है। शिक्षकों की इस उपलब्धि से पूरा जिला गौरान्वित है।