4 साल के अंदर तीन बेटों की मौत से टूटे परिवार को गुरुदेव बीरेंद्र देशमुख ने बंधाया ढांढस,मौरीकला के दुखी परिवार के बीच पहुंचकर 51 हजार रुपए का दिया सहयोग

दुख की घड़ी में साथ खड़े रहने के लिए परिवार ने बीरेंद्र देशमुख का जताया आभार

बालोद/धमतरी। ग्राम मौरीकला (कुरूद)के एक साहू परिवार के घर दुख का बादल छटने का नाम नहीं ले रहा है। चार साल के अंदर परिवार के तीनों बेटों की मौत से पूरा परिवार सहम गया है। ऐसे में टूटे परिवार को ढांढस बंधाने जहां समाज के लोग पहुंच रहे हैं। वही शुक्रवार को बालोद जिले के नाड़ी वैद्य व 64 योगिनी मोक्ष सेवा संस्थान लिमोरा के संस्थापक गुरुदेव बीरेंद्र देशमुख भी ग्राम मौरीकला पहुंचे। उन्होंने परिवार को 51,000 रुपए का सहयोग दिया। साथ ही परिवार के सदस्यों को ढांढस भी बंधाया।ग्राम मौरीकला (कुरूद) के 55 वर्षीय सरोज साहू के घर लगातार दुर्घटनाएं हो रही है। लगभग 4 साल पहले मँझले बेटे धनेश्वर साहू की हार्ट अटैक से घर में ही मौत हो गई। इसके बाद लगभग डेढ़ साल पहले अभनपुर से होते हुए रायपुर जा रहे बड़े बेटे रोहित साहू की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। परिवार अभी इस दुख से पूरी तरह संभल भी नहीं पाया था कि एक सप्ताह पहले 5 अप्रैल को इस परिवार के सबसे छोटे बेटे मलेश की भी सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। तीनों बेटे की मौत के बाद पिता सरोज साहू पूरी तरह शारीरिक व मानसिक रूप से टूट चुके हैं और वे भी अस्वस्थ हो गए हैं। 2 दिन पहले ही उन्हें अस्पताल से घर लाया गया है। जैसे ही इस घटना की जानकारी प्रसिद्ध नाड़ी वैद्य व समाजसेवी गुरुदेव बीरेंद्र देशमुख को हुई उन्होंने किसी माध्यम से परिवार से संपर्क किया और परिवार को सहयोग करने की इच्छा व्यक्त की। इसके बाद शुक्रवार को 64 योगिनी मोक्ष सेवा संस्थान लिमोरा के सदस्यों के साथ ग्राम मौरीकला पहुंचकर उन्हें सहयोग राशि प्रदान की और परिवार को संबल प्रदान किया। इस अवसर पर ओम प्रकाश साहू, शिवेंद्र साहू, चंद्रशेखर साहू, योगेंद्र कुमार साहू, महेंद्र गावडे, उत्तम प्रकाश साहू, भारत लाल साहू, विमल साहू, विश्राम साहू, पवन साहू, राकेश निषाद आदि मौजूद रहे।

दुखियों की मदद करने हमेशा आगे रहते हैं गुरुदेव बीरेंद्र देशमुख

ज्ञात हो कि बालोद जिले के ग्राम भेड़ी (सुरेगाँव) निवासी गुरुदेव बीरेंद्र देशमुख दुखियों की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। इससे पूर्व ग्राम भंडारा में आगजनी से पीड़ित एक परिवार को एक लाख रुपए की मदद कर चुके हैं। वही आज मौरीकला में दुखी परिवार के घर पहुंच कर मदद की। इसके अलावा वे गरीब परिवारों के घर कन्या विवाह में भी मदद करते रहते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिभावान छात्रों को भी वे प्रोत्साहित करते रहते हैं। दुर्ग जिले के ग्राम नवागांव में हायर सेकेंडरी स्कूल के लिए एक कमरा बनवाकर दिए हैं। वहीं माहुद हायर सेकेंडरी स्कूल में एक मंच शेड का भी निर्माण उन्होंने किया है।

जानिए कौन है बीरेंद्र देशमुख?

गुण्डरदेही विकासखंड के ग्राम लिमोरा में प्रदेश ही नहीं बल्कि देश का संभवतः एकमात्र 64 योगिनी मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। इस मंदिर को 64 योगिनी मोक्ष सेवा संस्थान के द्वारा बनाया जा रहा है, जिसके गुरुदेव बीरेंद्र देशमुख संस्थापक हैं। वे प्रसिद्ध नाड़ी वैद्य है। जो अनेक असाध्य रोगों को ठीक करते हैं। इसके अलावा समाजसेवी के रूप में वे काफी प्रसिद्ध हैं।

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